दिसबंर 2017 में रिटेल (खुदरा या फुटकर) महंगाई की दर 5.21 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। ये महंगाई 16 महीनों में सबसे ज्यादा है। नवंबर में खुदरा महंगाई 4.88 फीसदी पर थी। सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (सीएसओ) की ओर से ये आंकड़े जारी किए गये हैं। लेकिन इसमें गौर करने वाली बात ये है कि खुदरा महंगाई इतनी ज्यादा क्यों बढ़ी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सब्जियों, अंडे और मीट के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। सरकार इनके दामों पर नियंत्रण करने में विफल रही है। इसका असर आम लोगों की जेब पड़ा है।
रिवर्ज बैंक के अनुमान से ज्यादा
भारतीय रिजर्व बैंक ने खुदरा महंगाई 4 फीसदी के आसपास रहने का अनुमार लगाया था और कहा था कि यह 2 फीसदी ऊपर या नीचे हो सकती है। लेकिन 5 फीसदी के ऊपर निकलते ही यह आरबीआई के कंफर्ट जोन के ऊपर निकल गई है। ऐसे में आरबीआई के ऊपर रेपो रेट बढ़ाने का दबाव बढ़ सकता है।
खाने के सामान महंगे
सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (सीएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार फूड आइटम्स की महंगाई दिसबंद 2017 में 4.96 फीसदी पर आ गई, जबकि यह नवबंर में 4.42 फीसदी पर थी। आंकड़ों के अनुसार अंडे, सब्जियों और फल के दामों में महंगाई दर्ज की गई। हालांकि दाल और दलहन के दामों में गिरावट दर्ज की गई।
आंकड़ों में महंगाई
अक्टूबर में कंज्यूमर प्राइस बेस इंडेक्स (सीपीआई) आधारित महंगाई 3.58 पर्सेंट के स्तर पर रही थी, वहीं नवंबर 2016 में यह आंकड़ा 3.63 पर्सेंट रहा था। रिटेल महंगाई का पिछला हाइएस्ट लेवल 2016 अगस्त में रहा था, जब सीपीआई 5.05 पर्सेंट रहा था।
178 फीसदी बढ़े सब्जियों के दाम
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नवंबर महीने में सालाना आधार पर प्याज के दाम 178.19 प्रतिशत बढ़े। सीजन की अन्य सब्जियों की कीमतों में भी 59.80 प्रतिशत का इजाफा हुआ। अक्टूबर में इन सब्जियों के दाम 36.61 प्रतिशत बढ़े थे।
अंडा भी हुआ महंगा
प्रोटीन वाले उत्पादों मसलन अंडा, मांस और मछली की श्रेणी में महंगाई दर 4.73 प्रतिशत रही। इससे पिछले महीने यह 5.76 प्रतिशत थी। नवंबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर बढ़कर 6.06 प्रतिशत हो गई, जो अक्टूबर में 4.30 प्रतिशत थी।
विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई दर 2.61 प्रतिशत पर लगभग स्थिर रही। पिछले महीने यह 2.62 प्रतिशत थी। इस साल नवंबर में ही अंडे की कीमतों ने आसमान छू लिया। 5 रुपए में बिकने वाला अंडा 7 से 8 रुपए में बिकने लगा। ठंड की दस्तक के साथ ही अंडे की कीमतों में भारी इजाफा रिकॉर्ड किया गया।
देश में अंडों की सप्लाई पुणे, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से होती है। पूरे भारत में इस समय सबसे महंगा अंडा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिका।
यहां नवंबर में 100 अंडे की कीमत 550 रुपए थी (एनईसीसी-राष्ट्रीय अंडा समन्वय समिति के अनुसार) इसमें अगर अन्य खर्चों को जोड़ दिया जाए तो एक अंडे की कीमत 6.5 से 7.5 हो जाती है। उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग, पोल्ट्री के संयुक्त निदेशक डॉ वी के सचान कहते हैं “सीजन की वजह से अंडे की कीमत बढ़ी। शादी के कारण भी इसकी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। आने वाले समय कीमतें और बढ़ेंगी ही। कम होने की उम्मीद नहीं है।”
प्याज और टमाटर ने सबसे ज्यादा रुलाया
नवंबर-दिसंबर में प्याज और टमाटर की बढ़ी कीमतों ने सबको रुलाया। प्याज की कीमत जहां 100 रुपए प्रति किलों तक पहुंच गयी तो वहीं टमाटर का दाम 70 से 80 रुपए तक पहुंच गया। ऐसे में माना जा रहा है कि बढ़ी महंगाई प्याज और टमाटर का योबदान सबसे ज्यादा रहा।
सब्जियों के दाम जल्द घटने की उम्मीद
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट कर उम्मीद जताई कि सब्जियों के दाम में जल्द ही कमी आएगी। गर्ग ने कहा है आर्थिक डेटा के मोर्चे पर मिले जुले समाचार आ रहे हैं। उम्मीद है कि सब्जियों के दाम जल्द ही कम होंगे।
(ज्यादातर आंकड़े वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी की रिपोर्ट के अनुसार)