14 राज्यों के 30 लोगों ने सीखा एलोवेरा से कैसे कमाएं और अधिक मुनाफा 

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14 राज्यों के 30 लोगों ने सीखा एलोवेरा से कैसे कमाएं और अधिक मुनाफा प्रशिक्षण लेते लोग।

लखनऊ स्थित सीएसआईआर एवं केंद्रीय औषधीय एवं सुगन्धित पौध संस्थान के तत्वाधान में चार दिवसीय 16 से 19 जनवरी 2018 “एलोवेरा प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी (एवीपीटी -2018) पर ‘उद्यम प्रशिक्षण एक उद्यमिता कार्यशाला’ का आयोजन किया गया। जिसमें एलोवेरा से बनाए जाने वाले सम्बंधित उत्पादों का प्रशिक्षण दिया गया।

इस कार्यशाला में एलोवेरा प्रसंस्करण से रस, सैप, जेल और क्रीम जैसे एलोवेरा आधारित उत्पादों के निर्माण की जानकारी को बताया गया। भारत के 14 राज्यों (हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उड़ीसा, उत्तराखंड, हरियाणा, नागालैंड, आंध्रप्रदेश, दिल्ली, बिहार और राजस्थान) से आए 30 प्रतिभागियों ने 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग लिया।

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उद्घाटन संबोधन में प्रो.अनिल कुमार त्रिपाठी, निदेशक (सीएसआईआर-सीमैप) ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उद्यमशीलता के अवसर बनाने के लिए एलोवेरा प्रसंस्करण में कौशल और विशेषज्ञता विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए संभावित उद्यमियों को वैज्ञानिक सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करना है।

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इंजीनियर सुदीप टंडन, सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट (सीएसआईआर-सीमैप) प्रशिक्षण का समन्वय कर रहें है, जो श्रृंखला में नौवें स्थान पर है। अब तक करीब 200 लोगों को इन प्रशिक्षणों में प्रशिक्षण दिया गया है। एलोवेरा से रस, जेल, क्रीम और शैंपू के उत्पादन के लिए विभिन्न प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों की जानकारी से उन्हें वाकिफ कराने के लिए ही इस कार्यशाला को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इसका लक्ष्य है कि प्रतिभागियों को पौधों और मशीनरी, उत्पादन के अर्थशास्त्र, परिरक्षकों, स्टेबलाइजर्स आदि का विवरण सहित प्रौद्योगिकियों की तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं के साथ परिचित कराना था।

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श्री जामिल अहमद ने विभिन्न राज्यों से प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए सीएसआईआर-सीमैप आने वाले प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। डॉ आलोक कालरा, डॉ अतीक अहमद, डॉ आर.के.लाल, डॉ लईक-उर-रहमान, डॉ एम.पी. डारोकर, डॉ आशुतोष के शुक्ला, डॉ पी.के. राउत, श्री आर एस वर्मा और डॉ आर.के. वर्मा भी उद्घाटन सत्र के दौरान उपस्थित रहे।

  

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