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देश में घटा तंबाकू की खेती का रकबा और उत्पादन, किसान उगा रहे वैकल्पिक फसलें

तंबाकू और ध्रूमपान से होने वाले नुकसानों और लोगों की जागरुकता का असर दिखने लगा है। भारत में तंबाकू की खेती का रकबा तेजी से घट रहा है।
#agriculture

नई दिल्ली। तंबाकू और ध्रूमपान से होने वाले नुकसानों और लोगों की जागरुकता का असर दिखने लगा है। भारत में तंबाकू की खेती का रकबा तेजी से घट रहा है। सरकार भी तंबाकू उगाने वाले किसानों को वैकल्पिक और ज्यादा कमाई वाली फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहन दे रही है।

यही वजह है कि देश में तंबाकू की खेती और उत्पादन में कमी आने लगी है। आंध्र प्रदेश सहित दस राज्यों में सरकार तंबाकू किसानों को बड़े पैमाने पर वैकल्पिक फसलों का रुख करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने समाचार एजेंसी भाषा को सोमवार को ये जानकारी दी।

आंध्रप्रदेश और तेंलगाना में होती थी बड़े पैमाने पर खेती। फोटो प्रतीकात्मक- साभार- डेवलपमेंट न्यूज

उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के तंबाकू उत्पादक क्षेत्रों के लिए खाद्यान्न, अनाज, दालें, तिलहन, सब्जियां, गन्ना, पामतेल और डेयरी एवं मुर्गीपालन जैसी गतिविधियों में वैकल्पिक खेती अथवा कामकाज की पहचान की गई है। अधिकारी ने कहा, “तंबाकू खेती का रकबा और इसका उत्पादन दोनों में हर साल गिरावट आ रही है क्योंकि सरकार धन के साथ समर्थन देते हुए तंबाकू उत्पादकों को वैकल्पिक फसलों का रुख करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।”

उन्होंने कहा कि वैकल्पिक खेती को अपनाने के लिए वित्त वर्ष 2017-18 में तंबाकू उत्पादक राज्यों को 9.5 करोड़ रुपये जारी किए गए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के तहत धन समर्थन उपलब्ध कराया जा रहा है। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2014-17 में तंबाकू खेती का रकबा 14.56 प्रतिशत घटकर 3.99 लाख हेक्टेयर रह गया है, जो वर्ष 2014-15 में 4.67 लाख हेक्टेयर था। वर्ष 2016-17 में तंबाकू उत्पादन भी घटकर 8.05 लाख टन रह गया है जो वर्ष 2014-15 में 8.55 लाख टन था।

अधिकारी ने कहा, “भारत का तंबाकू उत्पादन ब्राजील से अधिक है लेकिन चीन से काफी कम है। देश में खेती के रकबे और उत्पादन दोनों को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।”

तेलंगाना सरकार ने सूचित किया है कि राज्य में तंबाकू किसान वैकल्पिक फसलों का रुख कर रहे हैं, जबकि ओडिशा के किसानों ने टमाटर, फूलगोभी, गोभी और हाइब्रिड मक्का, सूरजमुखी और अन्य सब्जियों जैसी विविधता को अपनाया है। कर्नाटक में, किसानों ने सोयाबीन ओर उसके बाद वर्ष 2017 के दौरान गन्ना जैसी फसलों की ओर अपना रुख किया है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी और गोंडा समेत कई शहरों में तंबाकू की खेती होती थी, जहां अब मेंथा, मक्का और सब्जियों वाली खेती को किसान तवज्जों दे रहे हैं।

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