मानव तस्करी विरोधी केन्द्र बनाए जाएंगे थाने
गाँव कनेक्शन 28 May 2016 5:30 AM GMT
लखनऊ। प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की तस्करी को कड़ाई से रोकने के लिए 11 जिलों में कार्य कर रहीं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स (मानव तस्करी विरोधी केन्द्र) को थाने के रूप में विस्तार दिया जाएगा।
प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पण्डा ने बताया, “इन ग्यारह जिलों की एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिटों पर मानव तस्करी से जुड़े अपराधों के पंजीकरण, उनकी विवेचना सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी। इसका कार्य क्षेत्र पूरा जिला होगा। यह कार्रवाई जिले पर स्थित पुलिस थानों पर इस दिशा में की जाने वाली कार्रवाई के अतिरिक्त होगी। इस समय में प्रदेश में कुल 35 एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स काम कर रही हैं। इस माह कुल 23 इकाइयां थाने के रूप में अधिसूचित की गई हैं, जबकि 12 इकाइयां पहले से ही इसमें शामिल हैं।”
महिला सम्मान प्रकोष्ठ की एडीजी सुतापा सान्याल ने कहा, “इस यूनिट्स में और पोस्टिंग की जाएंगी। इसके साथ ही तस्करी से छुड़ाए गए बच्चों और महिलाओं को पुनरसर्थापित किया जाएगा। अगर पुनरस्थापित नहीं किया जाएगा तो फिर से तस्करी के जाल में फंस जाएंगे। गोरखपुर और आगरा यूनिट अच्छा काम कर रही हैं।”
इन ग्यारह जिलों में मुजफ्फरनगर, कुशीनगर, बाराबंकी, खीरी, बहराइच, बलरामपुर, बदायूं, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, हरदोई एवं श्रावस्ती जनपद शामिल हैं। इससे पहले इसी माह 12 जिलों मऊ, कानपुर नगर, गोरखपुर, बिजनौर, जौनपुर, आजमगढ़, फिरोजाबाद, पीलीभीत, सीतापुर, बलिया, बागपत नगर एवं शाहजहांपुर में स्थित एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स को थाने के रूप में अधिसूचित किया जा चुका है।
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