फिशिंग कैट के बाद पन्ना में मिली डेजर्ट कैट, पर्यटक ने ली तस्वीर
जंगल के राजा बाघ व पानी के राजा मगर के लिए प्रसिद्ध मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में कैट की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां फिशिंग कैट की मौजूदगी है तो वहीं अब डेजर्ट कैट के फोटोग्राफिक प्रमाण मिले हैं।
गाँव कनेक्शन 16 Dec 2021 12:00 PM GMT

पन्ना ( मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश का पन्ना टाइगर रिज़र्व बड़ी बिल्ली बाघ और तेंदुओं की अच्छी संख्या के लिए तो जाना ही जाता है, लेकिन यहाँ दुर्लभ फिशिंग कैट व इंडियन डेजर्ट कैट की मौजूदगी भी पाई गई है। पीटीआर के अकोला बफर क्षेत्र में एक पर्यटक ने अपनी नाइट सफारी के दौरान इंडियन डेजर्ट कैट को देखा एवं अपने कैमरे में कैद किया है।
पन्ना के जंगल में डिजर्ट कैट का पाया जाना बहुत बड़ी खुशखबरी है। इससे पता चलता है कि जैव विविधता की द्रष्टि से पन्ना का जंगल कितना समृद्ध है। क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने गांव कनेक्शन को बताया, "इंडियन डिजर्ट कैट थार रेगिस्तान में निवास करती है और स्क्रब रेगिस्तान से जुड़ी है। वर्ष 1999 में इसके बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली और नागौर के राजस्थानी जिलों में सामान्य रूप से देखे जाने का उल्लेख है। लेकिन वर्ष 1999 और 2006 के बीच थार रेगिस्तान में केवल चार इंडियन डिजर्ट कैट देखे जाने की सूचना मिली थी।"
डेजर्ट कैट की मौजूदगी नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण्य, मध्यप्रदेश और मिर्जापुर के जंगलों में भी रिपोर्ट की गई थी। इसके पंजे के तलवों को ढकने वाले लंबे बाल इसके पैड को रेगिस्तान में अत्यधिक गर्म और ठंडे तापमान से बचाते हैं।
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— Panna Tiger Reserve (@PannaTigerResrv) December 15, 2021
After long time our Guest have captured Indian Desert cat at Akola Buffer of Panna Tiger Reserve during their nigh safari. pic.twitter.com/nDIdX5NizN
दिन में आराम व रात में करती है शिकार
रेत बिल्ली आमतौर पर दिन के दौरान भूमिगत मांद में आराम करती है और रात में शिकार करती है। यह छोटे जीव-जंतुओं और पक्षियों की तलाश में रात में औसतन 5 से 6 किलोमीटर तक चलती है। बताया जाता है कि यह जहरीले सांपों को भी
कुशलता से मारने में दक्ष होती है। वसंत ऋतु में मादा दो से तीन बच्चे को जन्म देती है, जो एक वर्ष की आयु के आसपास यौन रूप से परिपक्व हो जाती हैं। रेत बिल्ली की पारिस्थितिक आवश्यकताओं को अभी भी कम समझा जाता है, क्योंकि जंगली रेत बिल्ली की आबादी को लक्षित करने वाले गहन अध्ययन बहुत कम हैं।
गर्मी व ठण्ड से बचने पैरों तले गद्दी में होते हैं फर
पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों के मुताबिक कुदरत ने डेजर्ट कैट के पैरों तले तेज तापमान से बचाव के लिए गद्दी में फर विकसित कर दिए हैं, ये बड़े फर बिल्ली के पांव को गर्मी के साथ-साथ तेज ठंड से भी बचाते हैं। इसके अलावा पंजे में बहुत सारे बाल होने की वज़ह से बिल्ली रेगिस्तानी में फूटमार्क नहीं छोड़ती है, जिससे किसी भी शिकारी के लिए इस बिल्ली को ढूंढ पाना मुमकिन नहीं हो पाता। यही फर रात को रेगिस्तान की बेहद तेज ठंड से इस अद्भुत बिल्ली को बचाते हैं। ये ख़ास फर रात को डेजर्ट कैट को गर्मी देते हैं।
इसका रंग रेगिस्तान की रेत जैसा ही होता है, जिससे शिकार और शिकारी दोनों उसे देख नहीं पाते हैं। रात को एक्टिव रहने वाली यह खास बिल्ली रात में शिकार करने के लिए 6 किलोमीटर तक चल सकती है। शिकार करने के लिए इस बिल्ली के पास दो खूबियां हैं, एक बड़े कान और दूसरे कानों में सामान्य बिल्ली से ज़्यादा बाल। जिससे डेजर्ट कैट धीमी से धीमी आवाज़ को भी सुन सकती है। एक किलोमीटर दूर से इस बिल्ली के कान शिकार की आहट को सुन सकते हैं। यह बिल्ली अपने शरीर के पानी की ज़रूरत को शिकार में से पूरा कर लेती है, जाहिर है कि पानी की उपलब्धता न होने की स्थिति में भी यह जीवित रह सकती है।
पन्ना में डेजर्ट कैट के नहीं थे फोटोग्राफिक प्रमाण
पन्ना टाइगर रिज़र्व के जंगल में डेजर्ट कैट की उपलब्धता के फोटोग्राफिक प्रमाण नहीं हैं लेकिन इसका जिक्र जरूर है कि यह पन्ना के जंगल में है। क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि हम यह जानने के लिए पुराना रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं कि पहले कभी इसकी मौजूदगी रिकॉर्ड की गई है या नहीं।
शर्मा बताते हैं कि अब हर पर्यटक के पास कैमरा व मोबाइल होता है जिससे वन्य प्राणियों की फोटो लेना व वीडियो बनाना बेहद सुगम हो गया है। यही वजह है कि अब दुर्लभ वन्य प्राणियों के फोटोग्राफिक प्रमाण मिलने लगे हैं।
इनपुट- अरुण सिंह
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