मध्य प्रदेश: छात्रों से सीधी बात में सीएम ने कहा- "गुरु के बिना भी एकलव्य ने प्राप्त की थी विद्या"
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कक्षा एक से 12वीं तक के बच्चों से वर्चुअल माध्यम से बात कर उनका हौसला बढ़ाया। सीएम ने कहा कि, “गुरु के बिना भी एकलव्य ने विद्या प्राप्त की थी। उन्होंने बेहतर नतीजे लाने वाले छात्रों से कहा कि आपकी प्रगति और विकास में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी।
Sachin Tulsa tripathi 31 July 2021 9:04 AM GMT

शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश, फाइल फोटो
सतना (मध्य प्रदेश)। कोविड की महामारी के बीच स्कूल-कॉलेज पिछले करीब डेढ साल से करीब बंद हैं, ऑनलाइन क्लासेज चली हैं तो बिना परीक्षा के परिणाम घोषित किए जा रहे हैं। इस कोविड काल में बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 31 जुलाई 2021 को कक्षा 1 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों से संवाद किया।
वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से हुए संवाद कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर की छात्रा मान्या साहू, उनके रिजल्ट के बारे में पूछा, कक्षा 10 वीं में 96.7 प्रतिशत लाने वाली मान्या ने कहा, ''घर पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई की, शिक्षकों का सहयोग लिया और खुद से परिश्रम किया तो अच्छे नंबर आए।"
इसके बाद सीएम चौहान ने पूछा कि कोई ऐसा नाम बताओ जो बिना गुरू के भी विद्या प्राप्त की हो। मान्या ने जवाब दिया- रवींद्र नाथ टैगोर। सीएम ने कहा एक और नाम है-एकलव्य। इन्होने गुरू द्रोणाचार्य की मूर्ति बना कर धनुर्विद्या प्राप्त की थी।" किसान पिता की बेटी मान्या एयरोस्पेस इंजीनियर बनना चाहती है।
10वीं की परीक्षा 96.7 प्रतिशत अंकों के पास करने वाली मान्या से सीएम ने की बात।
सीएम ने छात्रों से कहा, "नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मध्यप्रदेश अक्षरशः पालन करेगा। नेशनल अचीवमेंट सर्वे बहुत जल्द होने जा रहा है। यह दक्षता की परीक्षा है। इस बार हमें टॉप 10 में स्थान बनाना है। बच्चों, भविष्य की चिंता मत करो, केवल परिश्रम करो, मैं हर कदम पर आपके साथ हूँ।"
#MadhyaPradesh के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से वर्चुअल संवाद। https://t.co/dkx0UUx3pY
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) July 31, 2021
रायसेन जिले के छात्र मोहित शर्मा ने सीएम को बताया ''पापा किसान और माता गृहणी हैं। मैं आर्मी में जाना चाहता हूं। इसके लिए तैयारी कर रहा हूं। फिटनेस के लिए ताइक्वांडो भी खेलता हूँ।"
इनके अलावा भोपाल की श्रुति गुप्ता, विदिशा की आस्था तिवारी से भी सीएम चौहान ने संवाद किया। कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से सभी ज़िलों के शिक्षा अधिकारी, अभिभावक और छात्र-छात्रायें जुड़ीं।
मुख्यमंत्री से सीधी वार्ता शुरु में बच्चे थोड़े झिझके लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर बात की और अपने भविष्य की योजनाएं बताईं। दमोह जिले के 11वीं कक्षा के छात्र प्रशांत ने कहा कि कहा कि वो इंजीनियर बनना चाहता है। जिसके जवाब में सीएम ने कहा कि आपकी प्रगति और विकास में कोई भी बाधा नहीं रहने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान CBSE और RBSE परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मेरी बधाई तथा उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कठिन दौर में आपने जिस धैर्य व संयम का परिचय दिया, वह सराहनीय है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मध्यप्रदेश अक्षरशः पालन करेगा। नेशनल अचीवमेंट सर्वे बहुत जल्द होने जा रहा है। यह दक्षता की परीक्षा है। इस बार हमें टॉप 10 में स्थान बनाना है। बच्चों, भविष्य की चिंता मत करो, केवल परिश्रम करो, मैं हर कदम पर आपके साथ हूँ।: सीएम श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/MiyEsyXkKW
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) July 31, 2021
29 जुलाई को आया था मध्य प्रदेश बोर्ड में 12वीं का रिजल्ट
मध्य प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल के नतीजे 29 जुलाई को जारी किए गए थे। 12वीं में प्रदेश में 660682 विद्यार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 656148 विद्यार्थियों का रिजल्ट घोषित किया गया था घोषित परिणामों में प्रथम श्रेणी में सर्वाधिक विद्यार्थी पास हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार 343064 प्रथम श्रेणी, 264295 द्वितीय श्रेणी और 48787 तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं। 3549 विद्यार्थियों का परिणाम रोका गया है और 985 के निरस्त किए गए हैं।
इसी तरह स्वाध्यायी (प्राइवेट) का रिजल्ट भी घोषित किया गया है जिसमें 76102 विद्यार्थी पंजीकृत थे। 71996 विद्यार्थियों का रिजल्ट घोषित किया गया। स्वाध्यायी परीक्षा परिणामों में द्वितीय श्रेणी में अपेक्षाकृत अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण (पास) हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार 19925 प्रथम श्रेणी , 33944 द्वितीय श्रेणी और 18126 विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं।
परिणामों की घोषणा के समय स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इन्दर सिंह परमार ने कहा ''जो विद्यार्थी घोषित परिणामों से संतुष्ट नहीं है उनके लिए विकल्प तैयार किया गया। ऐसे विद्यार्थी 1 अगस्त से 10 अगस्त की बीच पंजीयन करा कर। एक या इससे अधिक विषय की परीक्षा में शामिल हो सकता है। यह परीक्षा सितम्बर माह में होगी।"
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