भारत में हम बड़े लोगों के लिए कार्टून नहीं बनाते: गौरव गेरा 

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भारत में हम बड़े लोगों के लिए कार्टून नहीं बनाते: गौरव गेरा दिल्ली में चल रहे छठे ‘कॉमिक कॉन’ उत्सव में गेरा अपने सोशल मीडिया पर चर्चित किरदार ‘शॉपकीपर-चुटकी’ के रुप में लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।

नई दिल्ली (भाषा)। पिछले दिनों डांस रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा' में अपने खुद के बनाए चरित्र ‘चुटकी' के रुप में नजर आए अभिनेता गौरव गेरा का कहना है कि भारत में जो कार्टून बनते हैं वो सिर्फ बच्चों पर केंद्रित होते हैं और यहां बड़े लोगों के लिए कार्टून चरित्र गढ़े ही नहीं जाते। दिल्ली में चल रहे छठे ‘कॉमिक कॉन' उत्सव में गेरा अपने सोशल मीडिया पर चर्चित किरदार ‘शॉपकीपर-चुटकी' के रुप में लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।

बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘भारत में अधिकतर कार्टून चरित्र बच्चों के लिए होते हैं जबकि विदेशों में बड़े लोगों के लिए भी कार्टून चरित्र गढ़े जाते हैं। इसलिए हमें कार्टून या कॉमिक श्रृंखलाओं के लिए विदेशी सामग्री पर आश्रित होना पड़ता है।'' भारत में प्रसारित होने वाले बच्चों के ज्यादातर कार्टून विदेशी होने के सवाल पर गेरा ने कहा, ‘‘भारत में योग्यता की कमी नहीं है। विदेशों में भी भारत के लोग ही काम कर रहे हैं। मेरे हिसाब से निर्माताओं को इस ओर ध्यान देना होगा कि कार्टून क्षेत्र में भी कितना बडा बाजार है।''

उन्होंने कहा, ‘‘देखिये जब कॉमिक कॉन शुरु हुआ था तो कोई इस बारे में नहीं जानता था, लेकिन आज सब जानते हैं। मैं भी पहली बार मुंबई में इसमें शामिल हुआ था, लेकिन यहां लोगों का उत्साह देखते ही बनता है और मैं इसलिए अपने गढ़े चरित्र ‘शॉपकीपर-चुटकी' को लेकर यहां आ जाता हूं।'

‘झलक दिखला जा' में गेरा के तौर पर शामिल ना होकर ‘चुटकी' के रुप में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता था कि विभिन्न माध्यमों के दर्शकों तक ‘चुटकी' का किरदार पहुंचे। इसलिए मैं उसमें चुटकी के रुप में शामिल हुआ। मेरा झलक में जाने का मुख्य मकसद यही था और मुझे लगता है कि मैंने अपना काम पूरा किया। हालांकि निजी तौर पर मुझे ‘शॉपकीपर' का किरदार ज्यादा पसंद है।''

एक सवाल के जवाब में गेरा ने कहा कि इंटरनेट ने आज के दौर में योग्यताओं को स्थान दिया है। पहले लोग इंतजार करते थे कि अवसर मिलेगा तो काम करेंगे, लेकिन आपके पास इंटरनेट पर ऐसे कई मंच हैं जहां बस आपको अपनी योग्यता दिखानी है, ‘बीबी की वाइन्स' वगैरह को ही देखें कितना अच्छा बनाते हैं। इस तरह के कामों से उन्हें प्रतिस्पर्धा महसूस नहीं होती बल्कि जितने ज्यादा लोग इस क्षेत्र में आएंगे उतनी बेहतर सामग्री दर्शकों को मिलेगी। गौरतलब है कि गेरा ने अपने करियर की शुरुआत स्टैंडअप कॉमेडियन के तौर पर की थी। इसके अलावा उन्होंने ‘जस्सी जैसी कोई नहीं' जैसे टीवी धारावाहिकों समेत कई फिल्मों में भी अभिनय किया है।

     

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