मैं उस समय बेगुनाह था, मैं अभी भी बेगुनाह हूं: संजय दत्त

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मैं उस समय बेगुनाह था, मैं अभी भी बेगुनाह हूं: संजय दत्तसंजय दत्त।

मुंबई (आईएएनएस)। नशे की लत से जूझने वाले, जेल की सजा काटने वाले और निजी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव का सामना करने वाले अभिनेता संजय दत्त का कहना है उन्होंने अपने अनुभवों से काफी सबक सीखे हैं और उनकी बेगुनाही बरकरार है।

फिल्म 'रॉकी' (1981) से बॉलीवुड में शानदार आगाज करने वाले संजय दत्त ने नशे की लत में पड़कर अपने निजी जीवन को संकट में डाल लिया था और हालात तब और बिगड़ गए जब अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और वह दोषी करार दिए गए थे। पिछले साल जेल से रिहा होने के बाद वह फिल्म 'भूमि' से अपनी वापसी कर रहे हैं। संजय से पूछा गया कि जीवन का हर अनुभव कुछ सिखाता है, उन्होंने अपने जीवन के उन खराब दिनों (स्याह पक्ष) से क्या सीखा है?

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इस पर अभिनेता ने कहा, "बहुत कुछ.. मैंने बहुत कुछ सीखा। मैं उस समय बेगुनाह था, मैं अभी भी बेगुनाह हूं, लेकिन जीवन से कुछ सबक सीखा है।" संजय (58) 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार धमाकों के मामले में अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार हुए, जिसमें 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे। तीन बच्चों के पिता संजय का कहना है कि मौजूदा समय माता-पिता के लिए डरावना है जो किसी न किसी वजह से अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं।

पिता के रूप में खुद को लाचार महसूस करते हैं संजय दत्त

फिल्म 'भूमि' बाप-बेटी के रिश्ते पर आधारित है और संजय ने चिंता जाहिर की कि कैसे लड़कियों के प्रति बढ़ते अपराध के मद्देनजर एक पिता के रूप में वह खुद को लाचार व कमजोर महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, "यह डरावना है.. मेरा मतलब बच्चे स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं.. गुड़गांव (गुरुग्राम) में जो एक छोटी बच्ची के साथ हुआ (पांच वर्षीय लड़की के साथ दुष्कर्म), वह किसी भी माता-पिता को डरा सकता है। जहां तक बच्चों की बात है तो हर किसी को बहुत सजग रहना होगा। बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह माता-पिता के लिए डरावना समय है।"

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उन्होंने कहा कि एक पिता के रूप में वह हमेशा अपने बच्चों को समझाते हैं कि वे अपना काम करके घर लौट आएं, क्योंकि बाहर का माहौल सही नहीं है। फिल्म 'खलनायक' के अभिनेता की बड़ी बेटी त्रिशाला उनकी पहली पत्नी रिचा शर्मा से हैं, रिचा की न्यूयॉर्क में 1996 में ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी। वह अपनी तीसरी पत्नी मान्यता से दो जुड़वा बच्चों- बेटे शाहरान और बेटी इकरा के भी पिता हैं।

हिंदी सिनेमा के विकास को सकारात्मक मानते हैं संजय दत्त

यह पूछे जाने पर कि उनका जीवन परेशानियों से भरा रहा है, ऐसे में क्या वह जीवन के किसी अध्याय को फिर से लिखना पसंद करेंगे, तो संजय ने कहा, "नहीं।" लंबे अर्से बाद कैमरे के सामने आने को लेकर नर्वस होने के बारे में पूछे जाने पर अभिनेता ने फौरन जवाब दिया कि उन्होंने नर्वस महसूस नहीं किया।

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संजय हिंदी सिनेमा के विकास को सकारात्मक मानते हैं। उन्होंने कहा कि यह उद्योग अब ज्यादा पेशेवर हो गया है और फिल्में समय पर बनती हैं, जो बेहद अच्छी बात है। वह अभिनेता तिग्मांशु धूलिया की फिल्म 'साहेब, बीवी और गैंगस्टर-3' में काम करने को लेकर उत्साहित हैं। फिल्म 'भूमि' में संजय की बेटी के किरदार में अभिनेत्री अदिति राव हैदरी हैं।

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