जिसे पैदा होने के बाद मरने के लिए छोड़ दिया गया, आज बन गईं मशहूर कालबेलिया डांसर

Divendra SinghDivendra Singh   23 Feb 2019 9:53 AM GMT

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जिसे पैदा होने के बाद मरने के लिए छोड़ दिया गया, आज बन गईं मशहूर कालबेलिया डांसरराजस्थान में एक कार्यक्रम में कालबेलिया नृत्य करती गुलाबो सपेरा

लखनऊ। राजस्थान में सपेरा समुदाय में पैदा हुई गुलाबो सपेरा ने कालबेलिया डांस को ऐसी पहचान दिलायी कि आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग कलबेलिया नृत्य को जानने लगे हैं।

राजस्थान के अजमेर जिले के कोटड़ा गाँव में पैदा हुई गुलाबो की जिंदगी इतनी आसान नहीं थी। गुलाबो को पैदा होते ही मारने की कोशिश की गई और उन्हें जमीन में गाड़ दिया गया, तब उनकी मौसी ने उनकी जान बचायी।

कालबेलिया डांस की शुरुआत के बारे में गुलाबो बताती हैं, "मैं ऐसे समुदाय में पैदा हुई थी जहां पर लोग सांप दिखाने का काम करते, मैं भी अपने पिता के साथ गाँव-गाँव जाकर कलबेलिया नृत्य करती थी। मैं दस साल की थी जब पुष्कर मेला में डांस कर रही थी, तब वहां पर राजस्थान सरकार की अधिकारी तृप्ति पांडेय और हिम्मत सिंह ने मेरा नृत्य देखा, इसके बाद मुझे कई कार्यक्रमों में नृत्य करने का मौका मिला।"

गुलाबो का बचपन बहुत गरीबी में गुजरा, जब उन्होंने इस नृत्य की शुरुआत की तो उस समय लोग इसके बारे में ज्यादा जानते नहीं थे। लेकिन धीरे-धीरे उनके काम को पहचान मिलने लगी और वह शो करने लगी।

अपने नाम के बारे में गुलाबो बताती हैं, "मेरे पिता ने मेरा नाम गुलाबो रखा था, मेरा नाम धनवंतरी था उन्होंने मेरा नाम गुलाबो रख दिया और अब मेरी पहचान ही इसी नाम से है।" वो आगे बताती हैं, "जिन कठिनाइयों से मेरा बचपन गुजरा था मैं नहीं चाहती किसी और के साथ भी ऐसा हो। राजस्थान में एक कार्यक्रम में ही मेरे पिता की मौत हो गयी थी, मेरे पूरे घर की जिम्मेदारी मुझ पर आ गयी।"

उस समय और आज भी कई जगह इस समाज के लोग सांपों को नचाकर अपना जीवन गुजारते हैं। गुलाबो बहुत छोटी थी जब अपने पिता के साथ सांपों को नचाने जाया करती थी। पिता सांप नचाते थे तो गुलाबो सांपों को अपने शरीर से लपेटकर खुद नाचने लग जाती थी।


गुलाबो सपेरा अपने साथ के लोक कलाकारों के साथ।

क्या है कालबेलिया डांस

कालबेलिया राजस्थान के एक समुदाय का नाम है जो संपेरे होते हैं. गुलाबो के पिता भी यही काम करते थे और गुलाबो उनके साथ बाहर जाती थीं। गुलाबो के पिता बीन बजाते थे और वह उस धुन पर सांपों के साथ नाचती थीं। कालबेलिया डांस सिर्फ महिलाएं करती हैं और इसमें वह सांप की तरह लहराती और बलखाती हैं।

कई फिल्मों में भी कर चुकी हैं काम

गुलाबो कई बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुकी हैं, गुलाबो ने बॉलीवुड की बंटवारा, क्षत्रिय, अजूबा फिल्म में काम किया है।

बिग बॉस की बनीं मेहमान

गुलाबो बताती हैं, "बिग बॉस में भी मुझे जाने का मौका मिला, लोगों ने कहा कि वहां जाकर क्या करेंगी, लेकिन बिग बॉस के जरिए लोग और भी मुझे जानने लगे, इस कार्यक्रम में भी मैंने नृत्य किया था।"

पद्मश्री अवार्ड से भी किया गया है सम्मनित

कला और संस्कृति के क्षेत्र में बेहतर काम करने और राजस्थान में कालबेलिया डांस को नई पहचान दिलाने के लिए गुलाबो को साल 2016 में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। ये सम्मान इन्हें दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिया था।

गुलाबो सपेरा की बेटी राखी सपेरा भी उनकी कला को आगे ले जा रही हैं।

राजस्थानी सिनेमा को भी दिला रहीं अलग पहचान

गुलाबो की बेटी राखी सपेरा ने राजस्थानी फिल्म पक्की हीरोगिरी से अभिनय की शुरुआत की है, फिल्म ने पहले ही हफ्ते में दर्शकों को पसंद आयी। गुलाबो बताती हैं, "राजस्थान अपने आप में कला को समेटे हुए है, अब हम फिल्मों के जरिए भी यहां की लोक कलाओं को लोगों तक पहुंचाने में लगे हैं।"

       

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