रीमा दास की जिद और मेहनत से ऑस्‍कर में पहुंची 'विलेज रॉकस्टार'

असमिया फिल्म 'विलेज रॉकस्टार' 91वें ऑस्कर अवार्ड्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। इस फिल्म को फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में चुना गया है। विलेज रॉकस्टार का निर्देशन रीमा दास ने किया है।

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रीमा दास की जिद और मेहनत से ऑस्‍कर में पहुंची विलेज रॉकस्टार

लखनऊ। असमिया फिल्म 'विलेज रॉकस्टार' 91वें ऑस्कर अवार्ड्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। इस फिल्म को फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में चुना गया है। विलेज रॉकस्टार का निर्देशन रीमा दास ने किया है। इससे पहले फि‍ल्‍म ने 65वें नेशनल फिल्म अवार्ड्स में बेस्ट फीचर फिल्म का स्वर्ण कमल अवार्ड जीता था। वहीं, रीमा दास को इस फिल्‍म के लिए सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्‍कार भी मिल चुका है।

बात करें फिल्‍म की कहानी की तो ये गांव में रहने वाली एक 10 साल की लड़की की कहानी है। इस लड़की का नाम धुनु है जो खुद का रॉक बैंड बनाना चाहती है। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए धुनु गिटार खरीदना चाहती है, लेकिन उसकी विधवा मां के पास इतने पैसे नहीं की उसे गिटार दिला सके। इन तमाम कठिनाइयों के बावजूद धुनु अपने सपने को मरने नहीं देती। वो नकली गिटार लेती है और अपने नन्हें दोस्तों के साथ एक बैंड बना लेती है।

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87 मिनट की इस फिल्‍म में धुनु के सपने हैं, गांव की समस्‍याएं है और एक असल गंवई जीवन की हकीकत है जो रीमा दास बखूबी उकेर गई हैं। 'विलेज रॉकस्‍टार' रीमा दास के संघर्ष और मेहनत की भी कहानी है। ये बताती है कि अगर कहानी में दम हो तो सुविधाओं के अभावा में भी वो निखर कर आती है।

रीमा ने इस फिल्‍म की स्‍क्र‍िप्‍ट चार साल की मेहनत से तैयार की है। इसके बाद कैनन 5डी हैंड हेल्ड कैमरा से फिल्‍म की शूटिंग की। 150 दिनों तक फिल्‍म की शूटिंग के बाद रीमा ने इस फिल्‍म को एटिड भी खुद ही किया। रीमा की 'धुनु' सी धुन का ही नतीजा है कि ये फिल्‍म आज आस्‍कर तक पहुंच गई।


रीमा दास ने अपनी फिल्‍म के ऑस्कर में चुने जाने पर ट्वीटर पर भी खुशी जाहिर की। उन्‍होंने लिखा, 'खुशी के आंसू और गर्व की भावना के साथ, मैं इसे स्वीकार करती हूं।' वाकई में रीमा दास और फिल्‍म के कलाकारों के लिए ये गर्व का पल है। इस फिल्‍म के मुख्‍य किरदार धुनु का रोल रीमा दास की भतीजी भनिता दास ने निभाया है, जिनके काम की खूब तारीफ हो रही है। नेशनल फिल्म अवार्ड्स में भनिता दास को सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का सम्मान भी दिया गया।

विलेज रॉकस्टार का अब तक 30 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शन हो चुका है। ये इस फिल्‍म की पहुंच को भी बताता है। विलेज रॉकस्टार को ऑस्‍कर के लिए 28 फिल्मों की सूची में से चुना गया है। इस सूची में संजय लीला भंसाली की फिल्‍म 'पद्मावत', आलिया भट्ट की फिल्‍म 'राजी', रानी मुखर्जी की फिल्‍म 'हिचकी', वरुण धवन फिल्म 'अक्टूबर' और नवाजुद्दीन सिद्दिकी की हालिया रिलीज फिल्‍म 'मंटो' शामिल थे।

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इससे पहले ऑस्कर 2017 में राजकुमार राव की फिल्म न्यूटन को चुना गया था, लेकिन फिल्म नॉमिनेशन राउंड से पहले ही बाहर हो गई थी। हालांकि, अब विलेज रॉकस्टार से लोगों को उम्‍मीद है। ठीक वैसी ही उम्‍मीद जैसी इस फिल्‍म के मुख्‍य किरदार में झलकता है। बता दें, यूपी के मिर्जापुर की एक लड़की पिंकी पर बनी डॉक्‍यूमेंट्री 'स्‍माइल पिंकी' भी ऑस्‍कर अवॉर्ड जीत चुकी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऑस्‍कर में जिवंत कहानियों का कितना बोलबाला है।


      

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