देश में फिल्मकारों के लिए अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है: प्रकाश झा
गाँव कनेक्शन 26 Nov 2016 3:47 PM GMT

पणजी (भाषा)। अहम सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर आधारित फिल्म बनाने वाले निर्देशक प्रकाश झा का कहना है कि इस देश में पूरी तरह से राजनीतिक फिल्म बनाना असंभव है, क्योंकि यहां अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है।
झा ने कहा, ‘‘पूरी तरह से राजनीतिक फिल्म बनाना, जो महत्वपूर्ण और विश्लेषण परक हो और जिसमें आप वह सब दिखा सके, जो आप कहना चाहते हैं, इस देश में ऐसी फिल्म बनाना संभव नहीं है।'' उन्होंने कहा, ‘‘आप इसकी उम्मीद नहीं कर सकते, कि इसमें बदलाव होगा। इसके पीछे ऐतिहासिक, पौराणिक और वास्तविक कारण हैं। मुझे लगता है कि भारतीय समाज हमेशा से सत्ता अथवा सरकार से ज्यादा मजबूत और मुखर रहा है और यह कोई नई चीज नहीं है।''
झा यहां पणजी में चल रहे अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के 47वें संस्करण के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग ने कभी भी अपने राजा, राज्य या सरकार का उत्सव नहीं मनाया। यह हमारे खून में है। एक भारतीय के तौर पर हम तार्किक हैं। सवाल करते हैं। आज आप प्रयास करते हैं और किसी का नाम लेते हैं, जो किसी समुदाय विशेष से संबंध रखता है, तो वह लोग आपकी हत्या कर देंगे।''
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा इसे झेलता हूं। पहले जब मेरी फिल्में रिलीज होती थीं, तो उसमें इस प्रकार का समाज, राजनीतिक पार्टियां और अज्ञात लोगों का नाम होता था। सिनेमा के रुप में साहित्य, संस्कृति की चिंता होती थी। लेकिन यहां अब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है।''
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