फिल्म राइटर सलीम ख़ान: जब अमिताभ बच्चन से भी ज़्यादा फ़ीस लेकर की फिल्म साइन
Shabnam Khan 2 March 2019 8:08 AM GMT

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री आज जैसी है, वैसी हमेशा से नहीं थी। एक वक़्त था, जब पूछ सिर्फ पर्दे पर दिखने वाले ऐक्टर-ऐक्ट्रेसेज़ की होती थी। फिल्म राइटर से लेकर म्यूज़िक डायरेक्टर तक, काफ़ी कम फीस में काम किया करते थे। फिर फिल्म राइटिंग में सलीम-जावेद की सुपरहिट जोड़ी उतरी और एक नए युग का आग़ाज़ हुआ। नीलेश मिसरा की इंटरव्यू सीरीज़ 'The SloW Interview With Neelesh Misra' में सलीम ख़ान ने ऐसे ही वक़्त का एक क़िस्सा बताया। आइए उन्हीं की ज़बानी जानते हैं, क्या था वो क़िस्सा:
"एक मर्तबा जब मैं एक दो साल के लिए अबरार अल्वी साहब का अस्सिस्टेंट था, तब उनसे मैंने कहा कि ऐसा जमाना आयेगा, जब राइटर स्टार के बराबर पैसे लेगा। वो कहने लगे, मियां दिलीप कुमार को 12 लाख रूपए मिलते हैं, तो राइटर क्या 12 लाख रूपए ले लेगा? मैंने कहा व्हाई नॉट? ऐसे ही म्यूजिक डायरेक्टर की प्राइस बढ़ेगी, म्यूजिक अच्छा देता रहा तो। म्यूजिक के ऊपर पिक्चर चली तो उसके भी पैसे बढ़ते गए। वो एक स्टार के बराबर पैसे लेना लगा। शंकर जैकिसन, ओ.पि. नय्येर, एस.डी. बर्मन यह सब अच्छे म्यूजिक डायरेक्टर्स थे, स्टार के बराबर पैसे लेते थे।वो बोले आपने मेरे सामने तो कहा पर किसी और के सामने कहोगे तो लोग पागल समझेंगे। एक जमाना आया फिल्म 'दोस्ताना' में हमने अपना प्रोपज़ल बनाया यश जोहर के साथ। उन्होंने हमारे कहने से पूरा स्टारकास्ट साइन कर लिया, सबके पैसे तय कर लिए। फिर हमारे पास आये, अमिताभ बच्चन की प्राइज़ बताई, उनको भी साइन कर लिया। हमने पूछा उनको कितना दिया है? तो जो उन्होंने ने रकम बताई, तो मैंने कहा कि उससे 50000 ज़्याजा दे देना। उन्होंने हाथ मिला लिया और उसमें कोई ताज्जुब नहीं हुआ। जैसे ही वो गए मैंने अबरार साहब को फ़ोन लगाया मैंने कहा अबरार साहब याद है, मेरा आपसे डिस्कशन हुआ था कि एक राइटर स्टार के बराबर पैसे लेगा। वो बोले हाँ मुझे सब याद है। मैंने कहा वो दरअसल मैंने गलत बोला था, स्टार के बराबर नहीं, स्टार से ज्यादा पैसे ले लिए। वो बोले मुझे ख़ुशी है तुम इतना अच्छा काम कर रहे हो।"
इस इंटरव्यू में सत्तर-अस्सी के दशक के मशहूर फिल्म राइटर सलीम ख़ान ने अपने करियर के शुरुआती दिनों पर और भी कई दिलचस्प क़िस्से सुनाए हैं। पूरा इंटरव्यू नीचे वीडियो में देखा जा सकता है।
More Stories