महिला प्रधानों के प्रशिक्षण में भी पति और बेटे आगे

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
महिला प्रधानों के प्रशिक्षण में भी पति और बेटे आगेgaon connection, गाँव कनेक्शन

जसवंत सोनकर        

लखनऊ। ''हम तो यहां सिर्फ अपनी हाजि़री लगाने आए हैं। बाकी परधानी का काम तो बेटा ही करेगा। गोसाईगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत माढ़ा मऊकला की ग्राम प्रधान रामपति यादव (48 वर्ष) ने लखनऊ में ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में गाँव कनेक्शन से बातचीत के दौरान कहा।

लखनऊ के कैसरबाग गांधी भवन सभागार में आयोजित एक दिवसीय नवनिर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षण दिया गया। स्वच्छ भारत मिशन पंचायती राज विभाग के प्रशिक्षण शिविर में महिला प्रधानों की संख्या का आंकड़ा सौ भी नहीं पार कर सका जबकि राजधानी की ग्राम पंचायतों में महिलाओं की हिस्सेदारी 36% फीसदी से अधिक है। जो महिलाएं आईं भी उनके परिवार के पुरुष सदस्य ही खास तौर से प्रशिक्षण ले रहे थे। ये उनके पति या फिर बेटे थे।

ग्राम पंचायतों में बड़ी संख्या में महिलाओं की हिस्सेदारी है लेकिन इस एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं की भागीदारी नहीं दिखी। शिविर में आई कई महिला प्रधान खामोशी से बैठी रहीं। खुली चर्चा में कुछ महिला प्रधानों को छोड़कर किसी महिला प्रधानों ने अधिकारियों से सवाल ही नहीं किया। कुछ की तरफ से उनके बेटे और पतियों ने जरूर अपने सवाल रखे। कई महिला प्रधान जिलाधिकारी का संबोधन समाप्त होते ही बेटे और पति के साथ चली गईं। हालांकि प्रशिक्षण में ग्राम पंचायतों में 40 फीसदी सदस्य नए चुनकर आने की बात अधिकारियों ने कही।

फोटो.श्वेता सिंह

कार्यक्रम में एमसीए शिक्षा प्राप्त माल ब्लॉक की लतीफपुर की प्रधान श्वेता सिंह ने गाँव के विकास के लिए तैयार की गई कार्य योजना के बारे में दूसरे प्रधानों को बताया। श्वेता सिंह ने बताया कि प्रधानी संभालते ही ग्राम पंचायत के 57 में से 55 हैंडपंप दुरुस्त कराए। मनरेगा के तहत 12 कच्ची सड़कों का निर्माण कराया। खुली बैठक में पांच साल में तैयार की गई 13.44 करोड़ की विकास कार्य योजना की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी। प्रदेश में पहली पेपर लेस ग्राम सभा बनाने और ग्रामीणों की आय बढ़ाने के लिए श्वेता सिंह ने कहा।

यशोदा फोटो है

बेटे संग प्रशिक्षण प्राप्त करने आई गोसाईगंज ब्लॉक के बक्कास ग्राम पंचायत की प्रधान ज़िलाधिकारी के संबोधन के कुछ देर बाद ही घर रवाना हो गई। यशोदा (60 वर्ष) ने बताया कि बेटा राजेश कुमार पंचायत का पूरा काम देखता है। तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए घर जा रही हूं।

गोसाईगंज ब्लॉक की शिवलर की प्रधान अपने बेटे के साथ प्रशिक्षण लेने आईं थीं। आठवीं तक शिक्षा प्राप्त अनीता (36 वर्ष) ने बताया कि जनता ने उन्हें चुनकर भेजा है। गाँव के विकास की बड़ी जिम्मेदारी जनता ने सौंपी है। इस जिम्मेदारी को खुद पूरा कर जनता का भरोसा जितना है।

मलिहाबाद ब्लॉक की नई बस्ती धनेवा के मोहम्मद अकील (26 वर्ष) प्रधान के पुत्र हैं। मां जरीना बेगम बतौर प्रधान प्रशिक्षण लेने आई हैं। अकील ने बताया की मां की प्रधानी का सारा काम वह खुद देखते हैं।

पति ही पूरा काम देखेंगे, प्रशिक्षण लेने जरूर आई हूं, इससे काम-काज करने और योजनाओं की जानकारी भी मुझे हो जाएगी। पति के साथ बैठी मलिहाबाद ब्लॉक के ईशापुर की प्रधान नीतू (23 वर्ष) ने कहा।

शिक्षा गुणवत्ता सुधार वर्ष के रूप में मनेगा अगला वित्तीय वर्ष

ग्राम पंचायतों में इस साल शिक्षा गुणवत्ता सुधार पर जोर रहेगा। जिलाधिकारी राजशेखर ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 को शिक्षा गुणवत्ता सुधार वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। प्राथमिक शिक्षा के साथ माध्यमिक शिक्षा के सुधार के लिए जो अनुमान्य बजट है उससे बेहतर करने में लगाया जाएगा। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अगली पीढ़ी को विरासत में स्वच्छ पर्यावरण और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ग्राम पंचायत की खाली जमीन पर मनरेगा के तहत वृक्षारोपण और तालाबों को संरक्षित किए जाने को कहा। उन्होंने प्रधानों से विकास कार्य का ब्यौरा बोर्ड पर दर्ज करने को कहा। उन्होंने कहा कि विकास कार्य का अनुमोदन खुली बैठक में कराएंगे। विकास कार्य, योजना के पात्र लाभार्थियों का चयन, बैठक की वीडियोग्राफी और फोटो को भी दर्ज करना होगा।  

धांधली की तो एफआईआर होगी दर्ज

ग्राम पंचायत के विकास कार्य की धनराशि को डकारने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। विकास कार्य के शुरू होने से पूर्ण होने तक सभी का फोटो के साथ ब्यौरा भी पेश करना होगा। बिना काम हुए धनराशि का भुगतान और अन्य धांधली की शिकायत मिलने पर एफआईआर और खर्च हुई धनराशि की रिकवरी होगी। ये बातें कहते हुए जिलाधिकारी राजशेखर ने कहा कि धांधली की शिकायत मिलने पर दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। घोटालों और अन्य अनियमितताओं की पारदर्शिता से जांच कराई जाएगी। प्रत्येक ब्लॉक में एक नोडल अधिकारी नियुक्ति होंगे। जांच के लिए एडीएम स्तर के अधिकारी जल्द नियुक्त किए जाएंगे।

ब्लॉकवार बेस्ट गाँव का होगा चयन

महिला प्रधानों के साथ पुरुष प्रधानों को उनके दायित्व बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वे गाँवों का विकास कराने में सक्षम हैं। जिम्मेदारी से काम करने पर उन्हें सम्मान मिलेगा। उन्होंने बताया कि ब्लॉकवार बेस्ट गाँव का चयन किया जाएगा। ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव को सम्मानित किया जाएगा।

तालाब को कब्जा मुक्त कराने का दिया ज्ञापन

काकोरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत टेढ़वा के प्रधान मोहम्मद शौकीन ने जिलाधिकारी राजशेखर को ज्ञापन सौंप गांव में दबंगों से तालाबों को मुक्त कराने की मांग की। प्रधान ने सौंपे ज्ञापन में कहा कि पूर्व प्रधान पर गांव के एक बीघा जमीन पर बने तालाब और खलिहान पर कब्जा करने का अरोप लगाया।

शिविर में शामिल प्रधानों की स्थिति

ब्लॉक      ग्राम पंचायत संख्या       उपस्थित प्रधान          महिला प्रधान

माल                 67                              35                         12

मलिहाबाद         67                              39                         18

काकोरी             56                              49                         12

गोसाईगंज         79                              55                         15

मोहनलालगंज     84                             31                          4

बीकेटी               116                            58                        10

चिनहट               44                            31                         07

सरोजनीनगर        70                            47                        10

कुल                    583                          345                       78

 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.