मथुरा कांड की सीबीआई जांच कराई जाएः लक्ष्मीकान्त
गाँव कनेक्शन 7 Jun 2016 5:30 AM GMT

कानपुर। प्रदेश में अराजकता का माहौल है, जिसका उदाहरण हाल ही में मथुरा के जवाहरबाग में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच की झड़प है।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित धरने में शिरकत करने आये पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी कान्त वाजपेयी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव का इस पूरे मामले में गहरा संबन्ध है। पहले शिवपाल यादव ने जयगुरुदेव के करीबी पंकज यादव को अपने प्रभाव से मथुरा के आश्रम में कब्ज़ा करवाया, फिर तीन साल पहले रामवृक्ष यादव के ऊपर हाथ रख कर जवाहर बाग़ में कब्ज़ा करवाया।
भारतीय जनता पार्टी को इस आरोप में अब जवाब देने की जरूरत नहीं है। लक्ष्मीकान्त ने कहा, “जवाब अखिलेश और उनके चाचा शिवपाल को देना है। यदि वाकई में प्रदेश सरकार में हिम्मत है तो सीबीआई से जांच कराने में सरकार इतना विचार क्यों कर रही है।” उन्होंने ने कहा, “जिस तरह एएसपी को गर्दन में चापड़ मारकर और फिर डंडों से पीटपीट कर मार डाला गया, उससे किसी बड़ी साजिश की आशंका है। 13 हजार पन्नों की रिपोर्ट के बावजूद मुख्यमन्त्री कह रहे है कि ये केवल सूचना की कमी के कारण हुआ है। इस पूरे मामले में शिवपाल यादव का एक बहुत बड़ा हाथ है और जब तक मामले की सीबीआई जांच नहीं होगी कोई भी तथ्य समाज को नहीं मिल पाएगा।” बाजपेई ने कहा कि कमिश्नर की जांच करा कर प्रदेश सरकार लोगों को गुमराह कर रही है।
सरकार कर रही पुलिस का शोषण
लक्ष्मीकान्त ने कहा, “इस धरने पर जितने भी पुलिस वाले ड्यूटी पर मौजूद हैं उनको भी ये सोच लेना चाहिए कि जिस सरकार का काम वो कर रहे हैं वो सरकार उनका ही शोषण कर रही है। ऐसी सरकार को दोबारा लाने की सोचना भी नहीं चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा की सरकार की पोल खोलने का ये मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहिए और इस बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए पूरे ताकत से जुटने की जरूरत है।
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