ग्रामीण भारत की महिलाओं का ये हुनर देख आप भी तारीफ करेंगे

देखिए भारत के अलग-अलग राज्यों की हस्तशिल्प कला, जिसे ग्रामीण भारत की महिलाओं ने सरस मेले में प्रदर्शित किया था। ये वीडियो और तस्वीरें देखकर आपको सुकून मिलेगा।

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लक्ष्मी देवी, कम्यूनिटी जर्नलिस्ट

सिल्ली (झारखंड)/दिल्ली। छत्तीसगढ़ की ढोकरा आर्ट, पश्चिम बंगाल और बिहार की बांस की कलाकारी, उत्तर प्रदेश का पीतल और कालीन, तमिलनाडु की लकड़ी की कलाकारी जिसने देखी वो बस देखता रह गया। भारत के साढ़े छह लाख गांव, अपनी संस्कृति और विरासत के साथ लेकर जैसे एक जगह एकठ्ठा हो गए थे। मौका था आजीविका सरस मेले का, जिसमें भारत की 700 महिलाओं ने हस्तकला और अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।

दिल्ली के प्रगति मैदान में 26 से 7 मार्च तक हुए आजीविका सरस मेले में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के उत्पादों की प्रदर्शनी में लाखों लोग शामिल हुए। ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसे ग्रामीण हुनर की पहचान करने वाला राष्ट्रीय मंच बताया।

बिहार के समस्तीपुर के हस्तशिल्प कलाकार के बांस उत्पाद खूब पसंद किए गए।

बिहार के समस्तीपुर से आईं कुमारी किरन के बांस के क्राफ्ट को खूब पसंद किया। किरन ने बताया कि वो पहली बार इतने बड़े मेले में आईं थी, लोगों ने खूब पसंद किया। हमारा काफी सामान बिका है।"

घर की सजावट वाले सामान पर टिकी रही लोगों की निगाहें। फोटो- अरविंद शुक्ला



मेले में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाओं ने अनपी हस्तकला और ग्रामीण उत्पादों का प्रदर्शन किया। मेले में गीत संगीत, खानपान, खरीदारी की बेहतरीन व्वयस्था की गई थी। ग्रामीण महिलाओं के द्वारा ही फूड कोर्ट चलाया गया, जहां पर स्थानीय स्तर पर प्रचलित खान-पान की चीजें थीं। इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए कई तरह के जागरुकता कैंप और वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया। ग्रामीण विकास मंत्रायल और आजीविका से जुड़े विभिन्न प्रदेशों की एजेसियां सोशल मीडिया के माध्यम से मेले की हलचल लोगों तक पहुंचाती रहीं।

मेले में होने वाली वाली हलचल और खूबियां बताने के लिए समूह से जुड़ी महिलाओं ने ही पत्रकार का रोल निभाया। झारखंड स्टेट लाइवलीवुड प्रोमोशनल सोसायटी से जुड़ी कई ग्रामीण महिलाओं ने ख़बर और वीडियो के माध्यम से लोगों की तक जानकारी पहुंचाई। सरस मेले के आखिरी दिन ग्रामीण विकास मंत्रायल में एडिशनल सेक्रेटरी संजीव कुमार अनिता बघेल (निदेशक (आरएल) ने सरस की बात पत्रकार दीदी के साथ बुकलेट भी लांच की।

पश्चिम बंगाल की खास आर्ट, जिसमें बांस की जड़ों पर तस्वीरें उकेरी जाती हैं। फोटो- अरविंद शुक्ला

नोट- सरस मेले के और फोटो देखने के लिए नीचे फोटो गैलरी पर क्लिक करें...

    


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