सूर्योदय से पहले घाटों पर पहुंच कर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ श्रद्धालुओं ने छठ पर्व का आखिरी दिन मनाया
पानी वाले कच्चे नारियल, केले, आंटे और शक्कर से बानी पारम्परिक मिठाई- पीरिकीया के साथ कई अन्य फ़ल और मिठाईओं का भी अर्घ्य लगा जिसे प्रसाद के रूप में पाने के लिए लोग दूर-दूर से व्रत धारण करने वाले श्रद्धालुओं का आशीर्वाद लेने पूजा स्थल पहुंचे।
Jigyasa Mishra 14 Nov 2018 6:55 AM GMT

सूर्योदय से पहले घाटों पर पहुंच कर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ श्रद्धालुओं ने छठ पर्व का आखिरी दिन मनाया
11 नवम्बर को नहाय-खाय से शुरू हुए छठ पर्व का आज भोर, उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन हुआ। बिहार, झारखंड के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर भी श्रद्धालुओं के भारी भीड़ प्रातः काल छठी मैया का आशीर्वाद लेने घाटों पर उमड़ी।
पानी वाले कच्चे नारियल, केले, आंटे और शक्कर से बानी पारम्परिक मिठाई- पीरिकीया के साथ कई अन्य फ़ल और मिठाईओं का भी अर्घ्य लगा जिसे प्रसाद के रूप में पाने के लिए लोग दूर-दूर से व्रत धारण करने वाले श्रद्धालुओं का आशीर्वाद लेने पूजा स्थल पहुंचे।
सुबह के अर्घ्य की तसवीरें जिज्ञासा और अभिषेक की #PhotoStory में
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