फोटो गैलरी: इस तरह गांव कनेक्शन आप तक पहुंचाता है गांव और खेती किसानी की ख़बरें
आप का गांव कनेक्शन 7 साल का हो गया है। गांव कनेक्शन की ताकत फील्ड रिपोर्टिंग है। गांव-गांव जाकर हमारे साथी आपके लिए ख़बरें लेकर आते हैं.. देखिए तस्वीरें
गाँव कनेक्शन 2 Dec 2019 7:34 AM GMT
गांव कनेक्शन की ताकत फील्ड रिपोर्टिंग है, हमारी कोशिश रहती है गांव-गांव, खेत-खेत तक पहुंच कर आप तक ख़बर पहुंचाई जाए। कुछ तस्वीरें आपके लिए..
देश के सबसे बड़े मीडिया प्लेटफ़ॉर्म गाँव कनेक्शन के पत्रकार देश के कई राज्यों में जाकर खबरें करते हैं। हम किसानों से, महिलाओं से, छात्र-छात्राओं से मिलकर उनकी समस्याएं सुनते हैं। उनके द्वारा बताई समस्याओं को गाँव कनेक्शन न सिर्फ अखवार में पर्याप्त जगह देता है बल्कि सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से बात करके समस्या का समाधान कबतक होगा इस पर भी जोर देता है।
पिछले पांच वर्षों में हमारी लिखी कई खबरों का न सिर्फ ग्रामीण स्तर पर असर हुआ है बल्कि सरकारी योजनाओं में भी हमारे सुझावों को जगह दी गयी है। खबरें हम वही लिखते हैं, जो गाँव में देखते हैं, जो आप बताते हैं, वही लिखते हैं। खबरों में सच्चाई हो, उस खबर से आपका सरोकार हो, हम उन सभी मुद्दों पर लिखें जो सीधा आपसे जुड़ाव रखते हों, ये हमारी कोशिश रहती हैं।
ये भी पढ़ें-
हम सिर्फ खबरों के लिए ही गाँव में नहीं जाते बल्कि आप भी हमारे लिए लिखें और अपने गाँव की आवाज़ बनें ये हमारी कोशिश रहती है। हम किसानों को, महिलाओं को, छात्र-छात्राओं को ख़बर लिखने का समय-समय पर प्रशिक्षण भी देते हैं जिससे वो अपने गाँव की आवाज़ बनें और हमारे लिए स्वयं पत्रकार बने।
ये भी पढ़ें- एक दम ज़ुदा होगा खबरों का अंदाज, गाँव कनेक्शन और द क्विंट पर आ रहा है "द नीलेश मिसरा शो"
उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में जिले स्तर से लेकर गाँव तक में हमारे स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट हैं जो हमारे लिए लिखते हैं। डॉ, वकील, शिक्षक, आशा-बहु, आगंनबाडी कार्यकत्री, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, किसान, सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र-छात्राएं आप सभी हमारे लिए लिखते हैं।
ये भी पढ़ें- लोक गायिका मालिनी अवस्थी के मन की बात.. जोर-शोर से हो गांव की बातें...
रिपोर्टिंग के दौरान हम सिर्फ खबर ही नहीं करते हैं बल्कि आप सभी से बहुत कुछ सीख कर आते हैं। आप सभी के सहयोग और प्रयासों से अपना गाँव कनेक्शन है दिनों दिन आगे बढ़ रहा है। आपका सहयोग आने वाले समय में हमेशा ऐसा ही बना रहे, जिससे हम आपकी उम्मीदों पर खरा उतर पाएं।
ये भी पढ़ें- मैं 40 वर्षों से शहर में रह रहा हूं लेकिन मेरा मन गाँव में ही रहता है-विधानसभा अध्यक्ष
यूपी के श्रावस्ती जिले के थारु गाँव में वहां से बच्चों से बातचीत करते हेल्थ रिपोर्टर चंद्रकांत।
More Stories