पिछले कुछ वर्षों में गेहूँ कटाई के लिए किसान कंबाइन हार्वेस्टर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कटाई-मड़ाई में तो समय कम लगता है, लेकिन फसल अवशेष का प्रबंधन एक बड़ी समस्या बन जाता है। ऐसे में बहुत से किसान अभी हँसिया और दराती से गेहूँ की कटाई के बाद थ्रेसर से मड़ाई करते हैं। इससे गेहूँ के साथ पशुओं के लिए भूसा भी मिल जाता है।