तस्वीरों में देखिए उत्तर प्रदेश के औरैया और इटावा समेत कई जिलों में आई बाढ़ के हालात

यमुना और चंबल नदी में उफान से यूपी और एमपी के कई जिले भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। यमुना में उफान से औरैया जिले में भी बहुत सारे गांवों में पानी भर गया है। वहीं इटावा में भी सैकड़ों गांव प्रभावित हैं। मध्य प्रदेश के 7 जिलों में भीषण नुकसान हुआ है। देखिए तस्वीरें...

Arvind ShuklaArvind Shukla   6 Aug 2021 9:16 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
तस्वीरों में देखिए उत्तर प्रदेश के औरैया और इटावा समेत कई जिलों में आई बाढ़ के हालात

पानी में डूबा औरैया जिले के सिकरोडी गांव के प्राथमिक स्कूल। फोटो अरेंजमेंट

यूपी में चंबल, यमुना, बेतवा, गंगा समेत कई नदियां उफान पर हैं। इटावा में यमुना और चंबल खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं तो कानपुर और फर्रुखाबाद में गंगा का पानी खतरे के निशान के ऊपर है। चंबल में आए सैलाब से यूपी के साथ मध्य प्रदेश के कई जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं। बुंदेलखंड के हमीरपुर में बेतवा भी खतरे के निशान करीब पहुंच गई है। जबकि यमुना पहले खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बारिश और पीछे से पानी छोड़े जाने के कारण इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। औरैया और इटावा के दर्जनों गांव लगभग जलमग्न हो गए हैं।

यूपी के औरैया के जिले में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य जारी है।

उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में युमना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। 6 अगस्त को नदी का पानी खतरे के निशान से 5 मीटर ऊपर पहुंच गया था। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए औरैया-जालौन के बीच सभी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन ने औरैया जालौन राष्ट्रीय राजमार्ग को आवाजाही के लिए बंद कर दिया, जगह-जगह भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।

औरैया के कई इलाकों में चारों तरफ पानी ही पानी है।

यमुना में लगातार बढ़ते जलस्तर के बाद जगम्मनपुर में यमुना पर बने पुल से पैंटून पुल (लोहे का पुल) टकरा गया है। औरैया की बात करें तो यहां सिकरोड़ी, फरिहा,जाजपुर,बीजलपुर, अस्ता, मानपुर, क्योंट्टरा, मई, जगमनपुर सहित समेत कई दर्जन गांवों के जलमग्न होने की खबर है।

औरैया के जगम्मनपुर में यमुना नदी पर बने पुल से टकराया पैंटून पुल।

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में कभी सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां चंबल के साथ ही यमुना नदी का सैलाब गांवों में घुसा है। इटावा में शुक्रवार की सुबह चंबल का जलस्तर 128.59 मीटर पहुंच गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक 1996 की भीषण बाढ़ का रिकॉर्ड टूट गया है।

इटावा में बाढ़

इटावा में हालात इतने बदतर हो गए हैं कि भिंड और इटावा हाईवे पर एक जगह पानी हाईवे पर आ गया है। एक ग्रामीण ने फोन पर बताया कि यहां के पछनत इलाके में 20-25 गांव हैं उनका किसी भी जिले से कनेक्शन टूट गया है। यूपी और एमपी से जुड़े इस इलाके में 4 जिलों की सीमाएं पड़ती हैं, इनमें इटावा, औरैया, जालौन के साथ मध्य प्रदेश का भिंड शामिल है। प्रभावित लोगों को लगातार सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इटावा में 7 दिन पहले बारिश होनी शुरु हुई और चार दिन में बाढ़ के हालत बने लेकिन मुख्य समस्या राजस्थान में कोटा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद हुई है।

इटावा में चंबल का उफन

यूपी के औरैया में लगातार पानी बढ़ते देख प्रशासन ने एहतियातन जिले की सीमाओं को सील कर दिया है। लोगों की आवाजाही रोक दी गई है। ग्रामीण इलाकों के साथ यहां शहरी इलाकों में भी पानी भर रहा है।


औरैया

यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए औरैया में पुलिस ने एतहियातन कई सीमाएं सील की हैं।


उत्तर प्रदेश में लखीमपुर, सीतापुर और बाराबंकी में सरयू (घाघरा), शारदा नदी पहले से ऊफान पर हैं। शारदा की कटान में दर्जनों गांव और सैकड़ों एकड़ जमीन कट चुकी है। लोग तिरपाल के सहारे बंधों पर रहने को मजबूर हैं।

वहीं मध्य प्रदेश की बात करें तो उत्तरी मध्य प्रदेश के 7 जिलों बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक श्योपुर, शिवपुरी, गुना, दतिया, ग्वालियर, मुरैना, भिंड बुरी तरह प्रभावित हैं तो अशोक नगर में कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। लाखों लोगों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना, एयरफोर्ट, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय टीमों को लगाया गया है।

6 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहत और बचाव कार्य के लिए 11 विभागों को मिलाकर एक टास्क फोर्स बनाने का ऐलान किया। उन्होंने बाढ़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 4-4 लाख रुपए और बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अतिरिक्त 50-50 किलो राशन और जिनके घर गिरे हैं उन्हें तत्काल 6000 रुपए देने का ऐलान किया है।

#flood #UP floods #uttar pradesh #photo #story 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.