लखनऊ। इन लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) केवल एक सीट जीत सकी। पंजाब के संगरूर से भगवंत मान ने ये जीत हासिल की। पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से ये एक सीट आप के नाम रही।
संगरुर से भगवंत मान ने 4 लाख 13 हज़ार 561 मतों के साथ जीत पाई। उन्होंने कांग्रेस के केवल सिंह ढिल्लों को 1 लाख 10 हज़ार 211 वोटों से हराया। पिछले लोकसभा के चुनावों में भी इस सीट से भगवंत मान ही जीते थे। पूरे पंजाब में पिछली बार आप ने 24 फीसदी वोटों के साथ चार सीटें जीती थीं।
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नतीजों के बाद आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान को बधाई दी।
Congratulations to Bhagwant and the people of Sangrur. Bhagwant will continue working for the people of Punjab and raising people’s issues in Parliament. pic.twitter.com/5lb7o7svaC
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 23, 2019
अरविंद केजरीवाल ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि दिल्ली में हमने बहुत अच्छे उम्मीदवार खड़े किए, बहुत अच्छा प्रचार किया और सभी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की। जनता का जनादेश सर माथे पर। दिल्ली की जनता के लिए काम करते रहेंगे।
दिल्ली में हमने बहुत अच्छे उम्मीदवार खड़े किए, बहुत अच्छा प्रचार किया और सभी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की। जनता का जनादेश सर माथे पर। दिल्ली की जनता के लिए काम करते रहेंगे।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 23, 2019
साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरने के बावजूद इस लोकसभा चुनाव में पार्टी कुछ खास नहीं कर पाई। समस्या तब शुरू हुई जब पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मार्च 2018 में मादक पदार्थों के मुद्दे पर शअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के लिए कहा। इससे पार्टी के कई विधायक नाराज हो गए जिनमें भोलत्थ के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा भी शामिल थे।
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खैहरा को विपक्ष के नेता पद से हटाने के बाद पार्टी में विद्रोह हो गया और आठ विधायकों ने बगावत कर दी। खैहरा ने पार्टी छोड़ दी और इसी वर्ष पंजाब एकता पार्टी का गठन कर लिया। उनकी पार्टी ने पंजाब लोकतांत्रिक गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा। आप के केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पार्टी की पंजाब इकाई का प्रभारी बनाया लेकिन वह चीजों को दुरूस्त नहीं कर पाए।