नई दिल्ली (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी (सपा) सदस्य नरेश अग्रवाल ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सांसदों की मानहानि के लिए किया जा रहा है और सरकार को इस समस्या से निपटने के लिए उपाय करना चाहिए। उन्होंने मुद्दे को राज्य सभा में शून्यकाल के दौरान उठाया और लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर सांसदों के वेतन व भत्ते पर टिप्पणी कर उनकी मानहानि पर उन्होंने नाखुशी जताई।
अग्रवाल ने कहा, ”सांसदों को यह मिलता है, उन्हें वह मिलता है.. वे हमारे वेतन तथा अन्य भत्तों के बारे में बातें बनाते हैं और जब हम लोगों के सामने जाते हैं, तो सोशल मीडिया पर उन टिप्पणियों की वजह से हमें शर्मिदगी झेलनी पड़ती है।”
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इस पर सदन के सभापति पीजे कुरियन ने हंसते हुए कहा कि उन्हें भी सोशल मीडिया पर जाकर उन टिप्पणियों के खिलाफ टिप्पणी कर उनका जवाब देना चाहिए। मुद्दे पर कांग्रेस सदस्य राजीव शुक्ला ने अग्रवाल का समर्थन करते हुए कहा कि बातों को ऐसे पेश किया जाता है, मानो संसद की कैंटीन में केवल सांसद ही खाते हैं और उन्हें हर तरह का विशेषाधिकार मिला हुआ है।
वहीं, केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुद्दे को विराम देते हुए कहा, ”यह सोशल मीडिया की एंटी-सोशल गतिविधियां हैं।” उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि सरकार मुद्दे पर विचार करेगी और इस बारे में कुछ करेगी।
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