द्वारका (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपना तीन दिवसीय प्रचार अभियान सोमवार को सौराष्ट्र क्षेत्र से की। राहुल अपने इस प्रचार अभियान के तहत खुली जीप में रोड शो करना चाहते थे, लेकिन राज्य पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। लेकिन एक बैलगाड़ी यात्रा करने की उन्हें अनुमति दे दी।
अहमदाबाद साबरमती रिवरफ्रंट पर लगभग एक पखवाड़ा पहले पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करने के बाद 47 वर्षीय राहुल सौराष्ट्र क्षेत्र के दौरा करने जा रहे हैं। मशहूर धार्मिक नगरी द्वारका के इस क्षेत्र से 182 सदस्यीय विधानसभा में एक-तिहाई सदस्य आते हैं। उन्होंने द्वारका के कृष्ण मंदिर में प्रार्थना के साथ अपने दिन की शुरुआत की।
ये भी पढ़ें : मुलायम ने कहा, अभी नहीं बना रहा हूं नई पार्टी, अखिलेश ने कहा- ‘नेताजी जिंदाबाद’
सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पुलिस ने उन्हें द्वारका से जामनगर की 135 किलोमीटर लंबी दूरी तय करने के लिए खुली जीप में रोड शो करने की इजाजत नहीं दी। जिसके कारण अब गांधी सीसीटीवी कैमरों से लैस लक्जरी बस में यात्रा करेंगे। हालांकि इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह कम नहीं हुआ है, क्योंकि द्वारका से कोई 25 किलोमीटर दूर हंजरापार गांव में वह बैलगाड़ी पर सवार होकर प्रवेश करेंगे।
पालभाई अम्बालिया ने रविवार रात बताया, “न सिर्फ उनके स्वागत की तैयारी की गई है, बल्कि पारंपरिक सौराष्ट्र की सांस्कृतिक शैली में हर किसी के बैठने की व्यवस्था भी की गई है, जिनमें राहुल जी भी शामिल हैं।” हंजरापुर में अहीर जाति के मतदाताओं की संख्या 1,107 है। यहां के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष का कार्यक्रम जामनगर के सर्राफा व्यापारियों और ब्रास कल-पुर्जा उद्योग के प्रतिनिधियों से मिलने का है। जामनगर में रात बिताने के बाद मंगलवार सुबह वह राजकोट के लिए रवाना हो जाएंगे, जो गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी का गृहनगर और सौराष्ट्र क्षेत्र का महत्वपूर्ण केंद्र है।
ये भी पढ़ें : बनावटी सपाइयों से रहें सतर्क : अखिलेश यादव
राहुल बुधवार को सुरेंद्रनगर जाएंगे। वहां उनके लोकप्रिय पहाड़ी क्षेत्र के चोटिला मंदिर की घुमावदार सीढ़ियों पर चढ़ने की उम्मीद है। उनकी यात्रा अहमदाबाद जिले के वीरमगाम में प्रवेश के साथ समाप्त होगी, जो संयोग से पाटीदार आंदोलन के प्रमुख नेता हार्दिक पटेल का गह नगर है। सौराष्ट्र क्षेत्र में पिछले दो दशकों से कांग्रेस का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है और 2012 के चुनाव में पार्टी ने 52 में से महज 12 सीटें जीती थी।
इस बार पार्टी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ पाटीदारों के आक्रोश और किसानों के संकट व कुछ अन्य मुद्दों के जरिए पार्टी के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण रूप से सुधार करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल गांधी के राज्य के दौरे से पार्टी के कार्यकर्ताओं को मतभेद दूर कर नई ऊर्जा के साथ काम करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। राहुल दिसंबर में प्रस्तावित चुनाव से पहले उत्तर, मध्य व दक्षिण गुजरात का भी दौरा करने वाले हैं।