लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजयदशमी के दिन राजधानी के ऐशबाग स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान में रावण दहन में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक ना हो इसके लिए राज्य पुलिस के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियों और एसपीजी के जवान भी सोमवार सुबह ही रामलीला मैदान पहुंच गए। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के अलावा देश के गृहमंत्री और लखनऊ के ही सांसद राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल शामिल होंगे।
कुछ ऐसा रहेगा प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्तूबर शाम 5.25 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी एयरफ़ोर्स के स्पेशल प्लेन से 4.25 बजे दिल्ली से चलेंगे मोदी। इसके बाद 5.30 बजे अमौसी एयरपोर्ट से ऐशबाग रामलीला ग्राउंड रवाना होंगे। यहां शाम 6 बजे पीएम मोदी ऐशबाग रामलीला ग्राउंड में प्रवेश करेंगे और शाम 6 से 7 बजे तक पीएम कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। 7.05 बजे ऐशबाग से पीएम अमौसी एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे। इसके बाद 7.35 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे। पीएम मोदी का काफ़िला 7.40 बजे अमौसी एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो जाएगा। वायुसेना के विशेष विमान में रात का डिनर करेंगे। आयोजकों के अनुसार पीएम अमौसी एअरपोर्ट से ऐशबाग रामलीला मैदान सड़क मार्ग से आयेंगे।
पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया निमंत्रण
आयोजन के संयोजक दिनेश शर्मा ने बताया कि रामलीला समिति द्वारा पिछले 70 साल से देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को विजयदशमी में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जाता रहा है, लेकिन पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने यहाँ आने की हामी भरी और आ रहे हैं। गंगा-जमुनी तहजीब के इस रामलीला मैदान में स्वागत के लिए हम तैयार हैं।
ऐशबाग का रामलीला मैदान ऐतिहासिक क्यों है?
स्थानीय निवासी और रामलीला समिति से जुड़े धीरेन्द्र कुमार अवस्थी ऐशबाग रामलीला मैदान के ऐतिहासिक तथ्यों के बारे में बताते हुए कहते हैं कि गोस्वामी तुलसीदास ने 600 साल पूर्व पहली बार इसी मैदान में रामलीला का आयोजन किया था, उसके बाद से लगातार यहाँ रामलीला का आयोजन किया जा रहा है।
कम लोग हो पाएंगे शामिल
आयोजन के संयोजक और लखनऊ के महापौर दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के आने के कारण सुरक्षा दृष्टि से किसी भी व्यक्ति को बिना जाँच के मैदान में नहीं जाने दिया जाएगा, इसीलिए मैदान में प्रवेश दोपहर साढ़े तीन बजे से शुरू हो जाएगा। मैदान में पांच सौ सीटें vvip लोगों के लिए सुरक्षित रखी गयी और ऐसे लोगों को तीन तरह की पास समिति देगी। vvip लोगों के लिए मुख्य द्वार के बगल में दीवार तोड़कर दरवाजा बनाया गया है।
आम लोगों के लिए गेट नंबर चार से प्रवेश
आम लोगों को गेट नम्बर चार से प्रवेश दिया जायेगा। आम लोगों को प्रवेश के लिए किसी भी तरह की पास की ज़रूरत नहीं होगी। दिनेश शर्मा ने कहा कि मैदान के भर जाने के बाद लोगों का प्रवेश रोक दिया जाएगा। लोग प्रधानमंत्री का भाषण और रामलीला देख सकें, इसके लिए कई जगहों पर एलसीडी लगेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं करेंगे रावण दहन
दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं रावण दहन नहीं करेंगे। रावण दहन राम रूप धारण किये हुए कलाकार करेंगे। दिनेश शर्मा ने बताया कि मंगलवार को हमारे पास समय की कमी होगी, जिसके कारण कुंभकर्ण और मेघनाथ का वध आज ही किया जाएगा। इस बार रावण के आतंक का प्रतीक है और उसके ऊपर लिखा है ‘ आतंकवाद का नाश हो।’
हर चीज़ में राजनीति देखने वालों की सोच में खोट है
प्रधानमंत्री के लखनऊ आगमन को विपक्ष के लोग विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर देख रहे हैं। मायावती ने रविवार को अपनी रैली में कहा था कि उरी में सैनिक मरे हैं और पीएम यहाँ विजयदशमी मनाने आ रहे हैं। वहीं अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री के आगमन पर व्यंग करते हुए कहा कि ‘यदि बिहार में चुनाव होते, तो शायद पीएम वहीं गए होते।’ विपक्ष के लोगों के आरोपों को ख़ारिज करते हुए महापौर दिनेश शर्मा ने कहा कि हर चीज़ में राजनीति देखने वालों की सोच में ही खोट है।
ऐसे लोगों को पीएम के आने से हो सकती है तकलीफ
दिनेश शर्मा ने कहा कि जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी या मनमोहन सिंह क्या कभी विजयदशमी के दिन किसी आयोजन में नहीं गए? रमजान के महीने में इफ्तारी नहीं दिया? पहले से होता आ रहा है। इसबार प्रधानमंत्री यहाँ आ रहे हैं तो यहाँ राजनीति करने नहीं आ रहे। 70 साल से हरेक प्रधानमंत्री को निमंत्रण भेजा गया, पर कोई नहीं आया। हाँ कुछ लोगों को जो लादेन, याकूब को अपना मानते हैं, उन्हें पीएम के आने से तकलीफ हो सकती है।