कोलकाता (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में तमलुक लोकसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार दिब्येंदु अधिकारी ने अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी मंदिरा पांडा (माकपा) को 4.97 लाख वोटों से हराकर तमलुक लोकसभा सीट जीत ली है।
इससे पहले तमलुक लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार दिब्येंदू अधिकारी अहास ने सातवें दौर की मतगणना तक माकपा प्रतिद्वंद्वी मंदिरा पांडा को दो लाख वोटों से पीछे छोड़ दिया था।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की दो सीटें कूच बिहार लोकसभा सीट, तमलुक लोकसभा सीट और मोंटेश्वर विधानसभा सीट की एक सीट पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे हैं। तीन में से दो निर्वाचन क्षेत्रों में वाम मोर्चे और कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दूसरे स्थान पर चल रही है। तमलुक से सांसद सुवेंदू अधिकारी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में शामिल होने से यह लोकसभा सीट रिक्त हो गई थी।
तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार पार्थ प्रतिम रॉय ने कूच बिहार लोकसभा सीट पर तीसरे एवं अंतिम दौर की मतगणना तक 94,000 वोटों से बढ़त बना ली, जबकि भाजपा के हेम चंद्र बर्मन दूसरे स्थान पर हैं।
तृणमूल के मोंटेश्वर विधानसभा सीट से उम्मीदवार सेकात पांजा ने सातवें एवं अंतिम दौर की मतगणना तक भाजपा के प्रतिद्वंद्वी बिश्वजीत पोद्दार के मुकाबले 76,000 वोट से बढ़त बना ली है। माकपा के मोहम्मद ओस्मान गनी तीसरे स्थान पर हैं।
कूच बिहार संसदीय क्षेत्र तृणमूल की रेणुका सिन्हा के निधन के बाद खाली हो गई थी, जबकि तमलुक से सांसद सुवेंदू अधिकारी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में शामिल होने से यह सीट भी रिक्त हो गई थी। वहीं, तृणमूल के विधायक सजल पांजा के निधन के बाद मोंटेश्वर विधानसभा सीट रिक्त थी।