नई दिल्ली (भाषा)। अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी को ‘बड़ा अवसर’ करार देते हुए भाजपा ने कहा है कि शीर्ष अदालत ने इस विषय का आपसी सहमति एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से हल निकालने का एक बड़ा अवसर दिया है और इस ‘मौके को अवसर’ में बदला जाना चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अयोध्या दोस्ती का प्रतीक बने और सौहार्दपूर्ण ढंग से इसका हल निकले। उन्होंने कहा कि जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय का फैसला आया था तब भी सरसंघचालक ने कहा था कि यह किसी की जीत या हार नहीं है। इसे जश्न के रुप में मनाने की जरुरत नहीं है।
हुसैन ने कहा कि अब देश की सबसे बड़ी अदालत ने कहा है कि इसका मिलजुल कर हल निकाला जाना चाहिए। तब इसे एक बड़े अवसर के रुप में देखा जाना चाहिए। सभी पक्षों को आपसी सहमति से मिलजुल कर इसका हल निकालने का प्रयास करना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह एक बड़ा मौका है। हमें इस मौके को अवसर में बदलना चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि अयोध्या विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि यह एक संवेदनशील और भावनात्मक मुद्दा है और यह बेहतर होगा कि इस मुद्दे को मैत्रीपूर्ण ढंग से सुलझाया जाए। प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर ने कहा था कि यदि संबंधित पक्ष उनकी मध्यस्थता चाहते हैं तो वह इस काम के लिए तैयार हैं। सभी पक्षों को इस मुद्दे को सुलझाने के नए प्रयास करने के लिए मध्यस्थ चुनने चाहिए।
उत्तरप्रदेश में कुछ बूचडखानों को बंद करने को लेकर प्रदेश के कुछ राजनीतिक दलों द्वारा भाजपा सरकार पर निशाना साधने के बारे में पूछे जाने पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म और पूजा पद्धति को मानते हैं लेकिन वे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। कोई पूजा पद्धति मानने का अर्थ यह नहीं है कि कोई किसी का विरोधी हो। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ संत है, ईमानदार है और उनके उपर कोई दाग नहीं है। वह गोरखपुर से पांच बार सांसद रह चुके हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक कुछ अवैध बूचड़खानों को बंद करने की बात है, तो यह कानूनी विषय है। इसे किसी समुदाय को निशाना बनाने के रुप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश की जनता ने सुशासन और विकास के लिए भाजपा को जनादेश दिया है और प्रदेश सरकार लोगों की आशा, आकांक्षा को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।