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उत्तराखंड में कांग्रेस ने दो दर्जन बागियों को पार्टी से निकाला

Dehradun

देहरादून(भाषा)। उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय के रुप में खडे कांग्रेस के करीब दो दर्जन बागी नेताओं को आज पार्टी ने बाहर निकाल दिया। काफी समय से बागियों को मनाने में जुटी कांग्रेस ने कल नाम वापसी की आखिरी तारीख गुजर जाने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने यहां बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लडने वाले बागी कांग्रेस नेताओं को तत्काल प्रभाव से छह वर्ष के लिये पार्टी से निष्काषित कर दिया है।

उन्होंने बताया कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खडे बागियों के अंतिम दिन तक नाम वापस न लेने के कारण इसे पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है। पार्टी से बाहर निकाले गये प्रमुख नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के विशेष कार्याधिकारी आर्येन्द्र शर्मा भी शामिल हैं जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के खिलाफ सहसपुर से चुनाव लड रहे हैं। उनके अलावा देवप्रयाग से निर्दलीय खडे पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, लक्ष्मण सिंह नेगी, नवीन बिष्ट, हाजी नूर हसन, रजनी रावत, रामसिंह कैडा, गोपाल चमोली, मुरारीलाल खण्डवाल, विजयपाल सिंह रावत, जितेन्द्र तिवारी , बृज रानी, रवीश भटीजा, के. एल. आर्य, हरेन्द्र सिंह बोरा, देवकीनन्दन शाह, रेणु बिष्ट, कुबेर सिंह कठायत, प्रदीप थपलियाल, प्रकाश चन्द रमोला, विपुल जैन, अर्जुन सोनकर, टी.सी. भारती एवं सारिका प्रधान को भी तत्काल प्रभाव से पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।

प्रदेश अध्यक्ष उपाध्याय ने कहा कि पार्टी अनुशासन हर हाल में कायम रखा जायेगा तथा पार्टी अनुशासन की लाइन पार करने वाले हर कार्यकर्ता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी चाहे वह कितने ही बडे पद पर क्यों न हो। हलाकि कल नाम वापसी के आखिरी दिन कांग्रेस के चार बागी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया था जिसमें मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ उधमसिंह नगर जिले की किच्छा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन पत्र भरने वाली पार्टी की पूर्व प्रवक्ता शिल्पी अरोडा भी शामिल हैं।

शिल्पी ने एक अन्य सीट गदरपुर से भी अपना नामांकन वापस ले लिया। शिल्पी के अलावा, खटीमा से रमेश मैक्स, रुद्रप्रयाग से गजेंद्र सिंह और कैंट क्षेत्र से राजेंद्र धवन ने भी चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया है।

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