लखनऊ। आम बजट 2019 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को साल 2024-25 तक पांच ट्रिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सपने को साकार करने में उत्तर प्रदेश एक अहम भूमिका निभा सकता है। यह तभी संभव हो पाएगा अगर हम अपने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन तक पहुंचा सके। उन्होंने कहा कि इस स्थिति तक पहुंचाने में प्रदेश का कृषि क्षेत्र एक बड़ी भूमिका निभा सकता है।
उत्तर प्रदेश का किसान पूरी दुनिया का भर सकता है पेट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या में 26वीं क्षेत्रीय कृषि विज्ञान केंद्रों की वार्षिक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थें। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में उत्तम जलवायु, भौगोलिक परिस्थितियों व पर्याप्त प्राकृतिक संसाधनों की पर्याप्त मात्रा है। अगर हम अपनी उर्वरा भूमि, जल संसाधनों का सही उपयोग कर ले, तो यहां का किसान पूरी दुनिया का पेट भर सकता है। प्रदेश की कृषि विकास की संभावनाओं को कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से भी पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास को अगर सही कर लिया जाए तो जल्द ही भारत 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था को पार कर सकता है।
माननीय मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath ने आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय, अयोध्या में आयोजित कृषि विज्ञान केन्द्रों की
26वीं वार्षिक क्षेत्रीय कार्यशाला का द्वीप जलाकर शुभारम्भ किया एवं कार्यक्रम को सम्बोधित भी किया। pic.twitter.com/rkI9i3bZPp— Government of UP (@UPGovt) July 8, 2019
पिछला 5 साल कृषि क्षेत्र के लिए था महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने पिछले 5 वर्ष कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई, प्रधानमंत्री फसल बीमा जैसे योजनाओं से केंद्र सरकार ने कृषि के विकास की जो नींव रखी थी, उसके परिणाम अब सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि आज देश में दलहन का पर्याप्त उत्पादन हो रहा है।
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हर जनपद से एक कृषि उत्पाद की बनानी होगी विशेष पहचान
कृषि विज्ञान केंद्रों और विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि हमें प्रदेश के हर जनपद से एक कृषि उत्पाद की एक विशेष पहचान बनानी होगी। काला नमक चावल का और बेहतर व्यावसायिक उपयोग किए जाने की उन्होंने बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक ऐसा जनपद है जहां गुड़ की 127 किस्में होती है। सीएम ने आयात किये जाने वाली फसलों के उत्पादन को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने सघन खेती, कृषि विविधीकरण जैसी तकनीकों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने की बात कही। गो-आश्रय स्थलों के गोबर को कम्पोस्ट खाद में बदलने की प्रदेश सरकार की योजना से भी लोगों को जल्द से जल्द अवगत कराने की बात कही है।
2 कृषि विज्ञान केंद्रों को सेंटर फॉर एक्सीलेंस अवार्ड देने की घोषणा
सीएम योगी आदित्यनाथ के मुताबिक कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि विज्ञान केंद्रों के बेहतर तालमेल से कृषि विकास के अच्छे परिणाम लाये जा सकते हैं। उन्होंने प्रदेश के 9 एग्रो क्लाइमेटिक जोन में बेहतर करने वाले 2 कृषि विज्ञान केंद्रों को सेंटर फॉर एक्सीलेंस अवार्ड घोषणा की। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश की सभी लंबित सिंचाई परियोजनाओं को प्रशासन से दिसम्बर, 2019 तक पूरा करने के निर्देश दिया है। उन्होंने जानकारी दी कि उनकी सरकार ने कई सालों से लंबित अधूरी बाण सागर सिंचाई परियोजना को पूरा करने में केवल एक साल का समय लिया
कृषि विश्विद्यालय में 100 बेड के छात्रावास का भी किया शिलान्यास
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की मदद से विश्विद्यालय में बने 100 बेड के छात्रावास का भी शिलान्यास किया। विश्वविद्यालय में स्थापित 750 किलोवॉट क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रसार निदेशालय द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका पूर्वांचल खेती के विशेषांक समेत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, अटारी कानपुर द्वारा प्रकाशित वार्षिक प्रतिवेदन सहित कई अन्य साहित्यों का भी विमोचन किया।