अर्जेंटीना और अल्जीरिया मलेरिया मुक्त देश घोषित

अर्जेंटीना पिछले 45वर्ष में मलेरिया मुक्त घोषित होने वाला दूसरा अमेरिकी देश बन गया है, इससे पहले पिछले वर्ष पराग्वे को मलेरिया मुक्त घोषित किया गया था

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
अर्जेंटीना और अल्जीरिया मलेरिया मुक्त देश घोषितप्रतीकात्मक तस्वीर साभार: इंटरनेट

लखनऊ। अफ्रीकी देश अल्जीरिया और अमेरिकी देश अर्जेंटीना को मच्छरों से होने वाली बीमारी मलेरिया से मुक्त घोषित कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अल्जीरिया और अर्जेंटीना के मलेरिया मुक्त होने की घोषण की है।

डब्ल्यूएचओ के दिशा निर्देशों के मुताबिक अगर कोई देश यह साबित कर दे कि उसने लगातार तीन वर्ष कत मलेरिया की रोकथाम कर दी है तो उसे मलेरिया मुक्त घोषित कर दिया जाता है। अर्जेंटीना पिछले 45वर्ष में मलेरिया मुक्त घोषित होने वाला दूसरा अमेरिकी देश बन गया है। इससे पहले पिछले वर्ष पराग्वे को मलेरिया मुक्त घोषित किया गया था।

ये भी पढ़ें: विश्व मलेरिया दिवस: मलेरिया के ये हैं लक्षण, जानें बचाव और उपचार का तरीका

क्या होता है मलेरिया

मलेरिया एक ऐसी बीमारी होती है जो एक परजीवी बैक्टीरिया प्लास्मोडियम द्वारा मादा एनाफिलीस मच्छर के काटने से होती है। यह बैक्टीरिया इतने छोटे होते हैं कि हम इन्हें आंखों से नहीं देख सकते हैं। इन बैक्टीरिया के व्यक्ति की लाल रक्त कोशिकाओं में फैलने से मलेरिया बुखार आता है। ये मच्छर पानी इकट्ठा करने वाले बर्तनों/टंकियों, छत पर पानी की टंकियों, साफ पानी, नालियों में पैदा होता है।

प्रतीकात्मक तस्वीर साभार: इंटरनेट

मलेरिया के लक्षण

मलेरिया में जाड़ा व कंपन देकर 1-2 दिन छोड़कर तेज बुखार आता है और यह पसीने के साथ उतरता है। यह बुखार प्रतिदिन 3 से 4 घंटे तक रहता है। इसके अतिरिक्त रोगी को एनारोक्सिया ( खाना देखकर जी मिचलाना) व भूख कम लगती है और सिर तथा बदन में दर्द रहता है व उल्टियां होती हैं। बुखार उतरने के बाद थकावट व कमजोरी होती है।


डब्ल्यूएचओ का कहना है कि दोनों देशों ने कई बुनियादी, अच्छी तरह से साबित किए गए उपायों को लागू करके मलेरिया को खत्म कर दिया, जिसमें कीटनाशक-उपचारित मच्छर आहार भी शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि दोनों देशों ने निगरानी में सुधार किया, जिसने उन्हें मलेरिया के नए मामलों की तेजी से पहचान करने और उनका इलाज करने में सक्षम बनाया। इसके अलावा, दोनों देशों ने अपनी सीमाओं के भीतर निशुल्क निदान और उपचार प्रदान किया।

अर्जेंटीना के मामले में, डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उसके पड़ोसी देश बोलीविया के साथ सीमा पार से सहयोग बीमारी का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण था। इसमें कहा गया है कि दोनों देशों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में 22,000 से अधिक घरों को स्प्रे करने और व्यापक मलेरिया परीक्षण करने के लिए टीम बनाई।

इनपुट एजेंसी

ये भी पढ़ें: विश्व भर में मलेरिया के कुल मामलों में से 80 प्रतिशत मामले भारत और 15 अन्य देशों के


    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.