लोकसभा में बुधवार को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने देश में यूनीफॉर्म सिविल कोड लागू करने की मांग उठाई। शून्यकाल में चर्चा करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि संविधान के दिशा निर्देशक सिद्धांतों के तहत देश में यूनीफॉर्म सिविल कोड होना चाहिए। उन्होंने सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि यूनीफॉर्म सिविल कोड के लिए विधेयक सदन में लाया जाए। जिससे सब नागरिक हिंदू, मुस्लिम या ईसाई नहीं बल्कि भारतीय कहलाएं।
देश की एकता, अखण्डता और एक कानून के लिए सिविल यूनिफॉर्म बिल जरूरी है। pic.twitter.com/Oe3rLiPKyX
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 31, 2019
वहीं पार्टी के एक अन्य सदस्य ने पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ के विषय को उठाते हुए सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की। पश्चिम बंगाल के बलूरघाट से बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने राज्य में रोहिंग्या समुदाय के लोगों की अवैध घुसपैठ का विषय उठाते हुए आरोप लगाया कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी तुष्टीकरण के लिए घुसपैठियों के साथ खड़ी है। केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
बीजेपी के दिलीप सैकिया ने देश में जनसंख्या वृद्धि को गंभीर मामला बताते हुए इस पर नियंत्रण के लिए जनसंख्या नीति बनाने की मांग की। उन्होंने असम समेत देशभर में रहने वाले बांग्ला भाषी हिंदुओं के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग भी केंद्र से की।
टीएमसी सांसद अपरूपा पोद्दार ने सरकार से बंजारा समुदाय के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश में सभी वर्गों की बात होती है लेकिन बंजारा समुदाय की बात नहीं होती। इस समुदाय के लोगों के बच्चों को टीकाकरण का लाभ मिलता है या नहीं, इनके पास आधार कार्ड हैं या नहीं? इस ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कहा कि लोकसभा में पिछले दिनों राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) विधेयक पारित होने के बाद आज देशभर में डॉक्टर इसके विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधेयक अभी राज्यसभा में पारित नहीं हुआ है और सरकार को चिकित्सक समुदाय की चिंताओं पर ध्यान देना चाहिए।
कांग्रेस के मनीष तिवारी ने उद्योगपति वी जी सिद्धार्थ की मौत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस घटना के पीछे कथित रूप से एक कारण आयकर अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किया जाना सामने आया है। सरकार को इस संवेदनशील मामले में जांच करानी चाहिए।
बीजेपी के रामकृपाल यादव ने बिहार के पटना में महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट की कर्मभूमि को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग शून्यकाल में उठाई।
(भाषा से इनपुट के साथ)