चंदौली(उत्तर प्रदेश)। लॉकडाउन से पहले ही सब्जियां नहीं बिक रहीं थीं, अब ओलावृष्टि ने पूरी फसल ही बर्बाद कर दी।
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मंगलवार देर रात तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई, जिसमें किसानों को लाखों का नुकसान हो गया। धान की खेती के लिए मशहूर चंदौली जिले में किसानों ने मल्चिंग तकनीक से खेती की थी, उन्हें उम्मीद थी कि अच्छी कमाई हो जाएगी।
देश में कोरोना जैसे बड़ी बीमारी के प्रकोप से किसान उबर नहीं पाए की अचानक प्राकृतिक आपदा ओलावृष्टि से चकिया क्षेत्र के फिरोजपुर टकटकपुर पच फेरिया ,बिशनपुर, हेतिमपुर मुजफ्फरपुर, सहित कई गांव ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों द्वारा लगाई गई फसल खरबूज, तरबूज, खीरा ,ककरी शिमला मिर्च ,करेला ,नैनवा भिंडी ,टमाटर आदि सब्जियां बर्बाद हो गई क्षेत्र के लगभग सैकड़ों किसान आई इस तबाही से बर्बाद हो गए हैं।
किसान सम्पत सिंह को तो भरोसा ही नहीं हो रहा कि उनकी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। सम्पत सिंह बताते हैं, “मैंने एक एकड़ में तरबूज और खरबूजे की फसल लगाई थी, अब सब बर्बाद हो गई। दो लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान हो गया है।
किसान राहुल कुमार मौर्या कहते हैं, “ओलावृष्टि से मेरी खीरा, टमाटर, तरबूज की फसल बर्बाद हो गई है, इससे मेरा डेढ़ से दो लाख का नुकसान हो गया है। अब तो लागत भी नहीं निकल पाएगी।”
देश में लॉकडाउन की वजह से देश के सब्जी और फल किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसान मंडियों तक पहुंच ही नहीं पा रहे हैं, जिस कारण कहीं किसान फसल सड़कों पर फेंक रहे तो कहीं मवेशियों को खिला रहे। अब ओलावृष्टि ने किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।