अभिनेता इरफान खान के परिवार का इमोशनल खत- ‘हमने कुछ खोया नहीं हासिल किया है’

हमारे लिए यह समझाना बहुत मुश्किल है कि यह यात्रा कितनी शानदार, दर्दनाक और रोमांचक रही। मुझे लगता है कि यह ढाई साल का एक संगीतमयी ऑर्केस्ट्रा था, जिसके संचालक इरफान थे और जिसकी अपनी शुरुआत और अंत थी।
Irfan Khan

अभिनेता इरफान खान की पत्नी और उनके दोनों बेटों ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल खत साझा किया है। यह खत दिवंगत अभिनेता इरफान खान की ट्वीटर आईडी से ही ट्वीट हुआ है, जिसमें इरफान खान के परिवार ने कहा कि जिस तरह से लोग दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़े हुए, उन्होंने कुछ खोया नहीं बल्कि हासिल किया है।

इरफान की पत्नी सुतपा सिकदर ने जो लिखा उसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरह है-

“मैं इसे एक परिवार के बयान के रूप में कैसे लिख सकती हूं जब पूरी दुनिया इसे व्यक्तिगत नुकसान के रूप में ले रही है? जब लाखों लोग इस समय हमारे साथ हैं तो मैं अकेला कैसे महसूस कर सकती हूं? मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह नुकसान नहीं है बल्कि एक हासिल है. यह उन चीजों का लाभ है जो उन्होंने हमें सिखाया थी और अब हम उनके सिखाए हुए को लागू करना करना शुरू करेंगे. फिर भी मैं उन चीजों को जाहिर करने की कोशिश करना चाहती हूं जिनके बारे में अभी लोग नहीं जानते हैं.

यह हमारे लिए अविश्वसनीय है लेकिन मैं इसे इरफान के शब्दों में कहूं तो, ‘यह जादुई है’। चाहे वह यहां है या नहीं, वह जो प्यार करते थे वो कभी भी एकतरफा नहीं था। केवल एक चीज की मुझे उनसे शिकायत है कि उन्होंने मुझे जिंदगी भर के लिए बिगाड़ दिया है। वह हमेशा ‘परफेक्ट’ करना चाहते थे और उनकी यह परफेक्ट बनने की कोशिश मुझे साधारण नहीं रहने देती। वह हर चीज में एक लय देखते थे। यहां तक कि वह कोलाहल और शोर में भी एक लय देखते थे और हमने पूरी तरह से उसी में ढलना सीख लिया था। मजेदार बात यह है कि हमारा जीवन अभिनय के मामले में एक मास्टरक्लास था इसलिए जब इस “बिन बुलाए मेहमान” (कैंसर) का प्रवेश हमारे जीवन में हुआ, तब हमने उससे भी सौहार्द बना लिया। डॉक्टर की रिपोर्ट मेरे लिए उस स्क्रिप्ट की तरह थी जिसे मैं हमेशा परफेक्ट चाहती थी, इसलिए मैं उनके प्रदर्शन में किसी भी तरह की कमी को नोटिस करती थी।

हमें इस यात्रा में कुछ अद्भुत लोग मिले, जिनकी सूची अंतहीन है। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनका जिक्र करना जरूरी है। हमारे ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. नितेश रोहतोगी (मैक्स अस्पताल, साकेत) जिन्होंने शुरुआत में हमारा हाथ थाम रखा था, डॉ. डैन क्रेल (इंग्लैंड), डॉ. शिद्रावी (इंग्लैंड) और मेरे दिल की धड़कन और अंधेरे में मेरी लालटेन की तरह रही कोकिलाबेन अस्पताल की डॉ. सेवंती लिमये।

हमारे लिए यह समझाना बहुत मुश्किल है कि यह यात्रा कितनी शानदार, दर्दनाक और रोमांचक रही। मुझे लगता है कि यह ढाई साल का एक संगीतमयी ऑर्केस्ट्रा था, जिसके संचालक इरफान थे और जिसकी अपनी शुरुआत और अंत थी. हम 35 साल एक दूसरे से जुड़े रहे. यह हमारी शादी नहीं थी बल्कि एक मिलन था. मैं अपने छोटे से परिवार को एक नाव में देखती हूं. मेरे दोनों बेटे बाबिल और अयान भी मेरे साथ हैं, जिसे इरफान गाइड कर रहे हैं ‘वहां नहीं, यहां से मोड़ो’। चूंकि जीवन एक सिनेमा नहीं है और इसमें कोई दूसरा मौका नहीं मिलता इसलिए यह मेरी कामना है कि मेरे बच्चे इस नाव को अपने पिता के मार्गदर्शन में सुरक्षित रूप से चलाते रहें और हर तूफान को पार करें. मैंने अपने बच्चों से कहा यदि संभव हो तो वे भी अपने पिता द्वारा दिए गए सबक को बताएं जो उनके लिए महत्वपूर्ण है।

बाबिल ने कहा: “अनिश्चितता के नृत्य में आत्मसमर्पण करना सीखें और अपने भाग्य पर विश्वास रखें।”

अयान: “अपने मन को नियंत्रित करना सीखें और इसे खुद को नियंत्रण ना करने दें।”

जब आंसू बहेंगे तब हम उनका पसंदीदा ‘रात की रानी’ का पेड़ उस जगह पर लगाएंगे जहां हमने उनके शानदार सफर के बाद दफनाया है। इसमें समय लगता है लेकिन यह खिल जाएगा। इसकी खुशबू फैल जाएगी और उन सभी आत्माओं को स्पर्श करेगी जिन्हें मैं फैन नहीं बल्कि परिवार कहती हूं।”  

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