भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (UNESC) के एक सत्र को संबोधित किया। इस संबोधन में कोरोना से लड़ाई के भारत के प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत कोरोना से लड़ाई में लगातार वैश्विक देशों के साथ हाथ से हाथ मिलाकर चल रहा है। भारत ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 150 से अधिक देशों में चिकित्सा एवं अन्य सामग्री पहुंचाई है। इसके अलावा दक्षिण एशियाई पड़ोसी देशों के सहयोग के लिए भारत ने एक सार्क फंड भी बनाया ताकि पड़ोसी देश कोरोना से लड़ने में सक्षम रहें।
Be it earthquakes, cyclones, Ebola crisis or any other natural or man-made crisis, India has responded with speed and solidarity. In our joint fight against COVID, we have extended medical and other assistance to over 150 countries: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 17, 2020
अपने इस वर्चुअल संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत कोरोना से लड़ाई में काफी हद तक सफल रहा है। भारत ने इस लड़ाई को जनांदोलन का रूप दिया। यही वजह है कि भारत में कोरोना से रिकवरी रेट विश्व में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की मदद की और उन्हें निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराया गया।
आत्मनिर्भर भारत अभियान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस अभियान के जरिये भारत के लोग स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। कोरोना लॉकडाउन संकट के समय लोगों की रोजी-रोटी छीन गई थी और उन्हें आगे जिंदगी चलाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। लेकिन आत्मनिर्भर अभियान ने उन्हें एक मौका और दिया और लोग इससे लगातार जुड़ रहे हैं। अब अधिकतम लोगों को उनके गांव में ही रोजगार या स्वरोजगार देने का प्रयास सरकार करेगी।
पीएम मोदी ने इसके अलावा अपने सरकार की स्वच्छ भारत अभियान, आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना, आवास योजना, हर घर शौचालय योजना का जिक्र किया और कहा कि भारत तरक्की की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।