कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जानिए किन राज्यों में खुले और किन राज्यों में बंद हैं स्कूल कॉलेज?

देश के लगभग दर्जन भर राज्यों में दीपावली की छुट्टियों के बाद स्कूल-कॉलेज खुलने वाले थे, जो कि मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद से ही बंद हैं। लेकिन कोरोना के फिर से बढ़ते मामलों के बीच देश के कई राज्यों ने 30 नवंबर और कई राज्यों ने 31 दिसंबर तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। हालांकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम, गोवा सहित लगभग आधा दर्जन राज्य ऐसे हैं, जहां पर स्कूल-कॉलेज खुले हैं।

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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जानिए किन राज्यों में खुले और किन राज्यों में बंद हैं स्कूल कॉलेज?

कोरोना लॉकडाउन के बाद अनलॉक के अनेक चरणों में से एक चरण शिक्षण संस्थाओं को फिर से खोलना भी था, जो कि मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद से ही बंद चल रहे थे। इसी क्रम में दीवाली की छुट्टियों के बाद 16 नवंबर से हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित देश के लगभग दर्जन भर राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को खोला जा रहा है।

हरियाणा

हालांकि हरियाणा में एक हफ्ते में ही स्कूलों से 200 से अधिक छात्र व अध्यापक कोरोना संक्रमित मिले। इसके बाद हरियाणा सरकार ने 30 नवंबर तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है। सभी शिक्षकों को भी घर से ही आनलाइन पढ़ाई कराने को कहा गया है। कोई परामर्श व सलाह लेने भी छात्र स्कूल नहीं आ सकेगा। इसका उल्लंघन करने वाले संस्थानों पर कड़े दंड और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

हिमाचल प्रदेश

हरियाणा के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी शिक्षण संस्थानों को इस साल के अंत यानी 31 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में दीवाली से पहले ही शिक्षण संस्थान खुल गए थे लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद 11 नवंबर से 25 नवंबर तक स्‍कूलों और कॉलेजों में छुट्टियों की घोषणा कर दी गई थी। अब हिमाचल सरकार ने इसे बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया है। हालांकि 26 नवंबर से ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।

महाराष्ट्र

वहीं महाराष्ट्र सरकार ने भी बृहन्मुंबई महानगरपालिका यानी बीएमसी के तहत आने वाले स्कूलों को 31 दिसंबर तक बंद रखने का फैसला किया है। इससे पहले महाराष्ट्र के स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से 23 नवंबर से फिर से खोलने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, अब मुंबई में आने वाले स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे। गौरतलब है कि दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद जैसे बड़े मेट्रो शहरों में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं और इसे सेकंड वेब भी कहा जा रहा है।

गुजरात

महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गुजरात ने भी स्‍कूलों को खोलने का फैसला टाल दिया है। यहां पर 23 नवंबर से स्कूलों को खोले जाने की तैयारी थी लेकिन इसे अब अगले निर्णय तक टाल जिया गया है। यहा के मुख्य शहर अहमदाबाद में रात को नौ बजे से लेकर सुबह छह बजे तक 'नाइट कर्फ्यू' लगाने का भी आदेश राज्य सरकार ने दिया है।

दिल्ली

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी स्कूलों के खुलने का कोई आदेश अभी तक राज्य सरकार ने नहीं जारी किया है।

राज्य के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से वार्तालाप में कहा, "दिल्ली सरकार पहले ही कह चुकी है कि एक बार महामारी के नियंत्रण में आने के बाद ही राष्ट्रीय राजधानी के स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी। जहां कहीं भी स्कूल फिर से खुल गए हैं, वहां बच्चों के बीच और शिक्षकों के बीच कोरोना के मामले बढ़े हैं। इसलिए हमने फैसला किया है कि अभी स्कूलों को नहीं खोला जाएगा। इस संबंध में हमने अभिभावकों से भी प्रतिक्रिया ली है। अभिभावकों ने भी स्कूल ना खोलने के फैसले पर अपनी सहमति जताई है।"

कर्नाटक

देश के दक्षिणी राज्यों की बात करें तो कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने भी राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने के अपने पूर्ववर्ती फैसले को टाल दिया है। राज्य के शिक्षा मंत्री, एस सुरेश कुमार ने बताया, "हमने अभिभावकों, शिक्षकों, प्रबंधकों सहित विभिन्न हितधारकों से जानकारी एकत्र की, जिसके आधार पर राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि अभी स्कूल नहीं खोले जाएंगे।"

तमिलनाडु

कर्नाटक की तरह तमिलनाडु सरकार ने भी 16 नवंबर से स्कूलों के फिर से खोलने के अपने आदेश को टाल दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री ए. पलानीस्वामी ने कहा कि वह स्कूलों को फिर से खोलने पर अंतिम निर्णय लेने से पहले एक बार फिर से तमिलनाडु में कोरोना की स्थिति का विश्लेषण करना चाहेंगे। इसलिए 16 नवंबर से कक्षा 9 से 12 तक के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का आदेश वापस ले लिया गया है। हालांकि उच्च शिक्षा में अंतिम वर्ष के छात्रों और शोधार्थियों को कक्षाओं में भाग लेने और छात्रावासों में रहने की अनुमति दी गई है।

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम, आंध्र प्रदेश व गोवा में खुले हैं स्कूल

हालांकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम, आंध्र प्रदेश और गोवा में स्कूलों को कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए फिर से खोला गया है। इन राज्यों में प्रत्येक कक्षा के सिर्फ आधे छात्रों को एक दिन में आने का आदेश दिया गया है और स्कूल उसी के आधार पर प्रबंधन कर रहे हैं। स्कूलों के प्रवेश पर थर्मल गन भी स्थापित किया जा रहा है, ताकि उनका तापमान जांचा जा सके। उत्तराखंड में 2 नवंबर से ही 10 वीं और 12 वीं कक्षा के लिए स्कूल खुले हैं, जबकि आंध्र प्रदेश, असम में भी सभी कक्षाओं के लिए 2 नवंबर से स्कूल खुल गए हैं।

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक के स्कूलों को खोल दिया गया है। हालांकि यहां पर छात्रों को अभिभावकों का सहमति पत्र लाना अनिवार्य है। इसी क्रम में 23 नवंबर से प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थाओं को भी खोला गया। हालांकि 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ ही कॉलेजों को खोला गया है, बाकी छात्र पहले की तरह ही ऑनलाइन शिक्षा लेंगे।

प्रदेश सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार स्कूलों, कॉलेजों को सैनिटाइजर, हैंडवॉश, थर्मल स्कैनिंग व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करना है। अगर किसी विद्यार्थी, शिक्षक या अन्य कर्मचारी को खांसी-जुकाम या बुखार के लक्षण होते हैं तो उन्हें प्राथमिक उपचार देकर तत्काल घर भेज दिया जाएगा। इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में जाकर कोरोना की रैंडम सैंपलिंग भी करेगी।

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