अब हिंदी सहित क्षेत्रीय भाषाओं में भी आएगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, कराया जाएगा अनुवाद

आप सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के अलग-अलग भाषा में अनुवाद को सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर जल्द ही पढ़ सकेंगे। हिंदी के अलावा कन्नड़, असमिया, उड़िया और तेलगु में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का अनुवाद कराया जाएगा।

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अब हिंदी सहित क्षेत्रीय भाषाओं में भी आएगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, कराया जाएगा अनुवाद

लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट का फैसला अब हिंदी सहित सभी क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में भी आएगा। आप सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के अलग-अलग भाषा में सुप्रीम कोर्ट के वेबसाइट पर जल्द ही पढ़ सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही सुप्रीम कोर्ट इस दिशा में कदम उठाने जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट अपने पुराने फैसलों का भी अनुवाद हिंदी में कराकर इसे वेबसाइट पर अपलोड करेगा। हिंदी के बाद इसे अन्य सभी क्षेत्रीय भाषाओं में भी अनुवाद किया जाएगा। 500 पन्ने के बड़े फैसलों को भी संक्षिप्त कर उसका अनुवाद किया जाएगा। हिन्दी के साथ-साथ जिन श्रेत्रीय भाषाओं में फैसलों का अनुवाद किया जाएगा, वे भाषाएं कन्नड़, असमिया, उड़िया और तेलगु है।

सुप्रीम कोर्ट के सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट इसके लिए एक कमेटी बनाने की भी तैयारी में है ताकि अनुवाद के काम में आसानी हो। एक थिंक टैंक बनाने की भी योजना सुप्रीम कोर्ट की है जो यह निर्धारित करेगी कि आखिर बड़े-बड़े फैसलों को कैसे संक्षिप्त किया जाए और वह आसानी से लोगों तक उपलब्ध हो। इसके लिए खुद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस कवायद में लगे हुए हैं।

सबसे पहले हिन्दी में फैसलों का अनुवाद होगा। उसके बाद अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया जाएगा। आपको बता दें कि भारत में हिन्दी भाषा को पढ़ने और समझने वालों की संख्या सबसे अधिक है इसलिए हिन्दी से ही शुरुआत की जाएगी।

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