लखनऊ। पिछलें 50 सालों में उत्तर अमेरिका से तीन अरब से ज्यादा पक्षी लुप्त हो गए हैं। यह खुलासा एक अध्ययन में हुआ है, जिसमें 1970 से लेकर अब तक उत्तर अमेरिका में पक्षियों की स्थिति के बारे में शोध किया गया है।
साइंस मैगजीन में छपी रिपोर्ट के अनुसार 50 साल पहले तक कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में पक्षियों की संख्या 10 अरब से ज्यादा थी। लेकिन 50 सालों में इनकी संख्या में तकरीबन 29 फीसदी की कमी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस समय उत्तर अमेरिका में पक्षियों की संख्या घटकर केवल 7.2 अरब ही रह गई है।
Nearly 1 in 3 birds has disappeared since 1970. The declining numbers could have serious consequences for many ecosystems.
https://t.co/WPOaNe3oWt— Science News (@ScienceNews) September 19, 2019
कार्नेल विश्वविद्यालय के शोधप्रमुख और वैज्ञानिक कीनेथ रोसेनबर्ग कहते हैं कि अब लोगों को गायब होते पक्षियों को लेकर चेत जाना चाहिए। इसके अलावा अपने आसपास मौजूद पक्षियों पर भी ध्यान देना चाहिए, नहीं तो एक दिन यह भी धीरे धीरे गायब हो जाएंगे।
वह आगे कहते हैं कि सबसे ज्यादा डरने वाली बात यह है कि यह सारे पक्षी हमारी आंखों के सामने से गायब हो रहे हैं। हम सबकी पुरानी आदत है कि जब तक सब खत्म न होने की स्थिति न आ जाए या बहुत देर न हो जाए तब तक हम किसी बात ध्यान नहीं देते हैं। रोसेनबर्ग और उनके सहकर्मियों ने पक्षियों की संख्या का आकलन मौसम राडार के जरिये किया है। मौसम रडार डाटा का इस्तेमाल कर प्रवासी पक्षियों की संख्या रिकार्ड करने की तकनीक है। इस तकनीक की मदद से साल 1970 से लेकर अभी तक उत्तर अमेरिका में 13 बार पक्षियों का सर्वे किया गया है। इन सभी सर्वे में उत्तरी अमेरिका के 529 पक्षियों के प्रजातियों की स्थिति के बारे में पता लगाया गया है।
यह भी पढ़ें- अमृता विश्नोई जिसने पेड़ के बदले सिर कटाना बेहतर समझा, पर्यावरण संरक्षण का ये संदेश शायद ही भुलाया जा सके
रोसेनबर्ग के मुताबिक उत्तर अमेरिका की सारी प्रजातियां तो नहीं लेकिन तीन चौथाई से अधिक प्रजातियों की पक्षियों की संख्या कम हो रही है। कई दुर्लभ प्रजातियां भी इनमें शामिल है। कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में पक्षियों को सबसे ज्यादा खतरा बिल्लियों से होता है। 2015 में आए एक अध्ययन के अनुसार यहां बिल्लियां हर साल 2.6 अरब से ज्यादा पक्षियों को मार देती हैं। 62.4 करोड़ पक्षी खिड़कियों के टकराने से और 21.4 करोड़ पक्षी कार से टकराने भी मारे जाते हैं।