रायबरेली। रायबरेली के सुल्तानपुर खेड़ा गांव में हुए उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के सड़क दुर्घटना मामले में प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इस जगह पर पहले भी एक्सीडेंट होते रहे हैं। दुर्घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों ने कहा कि यहां अंधा मोड़ हैं, जहां हर हफ्ते दुर्घटना होती रहती है। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी कहा कि ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी जिसकी वजह से कार के परखच्चे उड़ गए।
रविवार देर शाम हुए एक सड़क हादसे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई। इस हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई। वहीं, पीड़िता के वकील भी गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़िता और वकील का इलाज लखनऊ के केजीएमयू स्थित ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
ट्रक के नंबर प्लेट पर पुती थी कालिख, मालिक ने कहा- फाइनेंस वाले के डर से किया था ऐसा
ट्रक के गलत साइड से आने और उसकी रफ्तार तेज होने से इस मामले को संदिग्ध माना जा रहा है। इस पर ट्रक मालिक का कहना है कि उसने फाइनेंस पर ट्रक लिया था, जिसकी किश्त 80 हजार महीने की आती थी। दो किश्त बाकी थी, जिसे वह जमा नहीं कर पाया था। ऐसे में फाइनेंस कंपनी के एजेंट से बचने के लिए उसने ट्रक के नंबर प्लेट पर कालिख पुतवा दी थी।
अगर पीड़ित परिवार की मांग होगी तो मामले की जांच सीबीआई कोः पुलिस
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अगर पीड़ित परिवार चाहेगा तो घटना की सीबीआई जांच के लिए वे सिफारिश करेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह सामान्य एक्सीडेंट का मामला प्रतीत हो रहा है। पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। इसके लिए एक टीम गठित की गई है जो पूरे मामले की जांच कर रही है। अगर पीड़िता का परिवार सीबीआई जांच की मांग करता है तो हम उसके लिए भी तैयार हैं। सरकार पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करा रही है।
घटनास्थल से लाइव
पीड़िता ने गार्ड को खुद मना किया थाः डीजीपी
ओपी सिंह ने बताया कि पीड़िता की सुरक्षा को लेकर 10 पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। 7 पुलिसकर्मी हाउस गार्ड के रूप में लगे थे, जबकि 3 रेप पीड़िता के साथ रहते हैं। लेकिन पीड़िता ने साथ चलने वाले सुरक्षा गार्ड से कहा था कि जब जरूरत होगी तो वह बुला लेंगी। यही वजह है कि हादसे के समय पीड़िता के साथ कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था।
पीड़िता से मिली दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष सोमवार सुबह पीड़िता से मिलने लखनऊ स्थित केजीएमयू में पहुंची। उन्होंने पीड़िता और उनके वकील को एयरलिफ्ट करके दिल्ली ले जाने की बात कही। स्वाती मालीवाल ने पीड़िता की माता और वकील के पिता के साथ जाकर पीड़िता और वकील से मिलीं। उन्होंने ट्वीट भी किया कि वह इस मामले में पीड़िता और उनके परिवार वालों के साथ हैं और हर संभव मदद को तैयार हैं।
यह दुर्घटना नहीं साजिश हैः रिश्तेदार
वहीं रेप पीड़िता के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि ये हादसा नहीं साजिश है। पीड़िता के मामा ने कहा कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के आदमियों ने यह कराया है। राज्य के प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी इस दुर्घटना को संदिग्ध बताया है। समाजवादी पार्टी ने अपनी मुख्य प्रवक्ता जूही सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल का गठन किया है, जो पीड़िता से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने की कोशिश करेंगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी इस मामले में ट्वीट कर चुकी हैं। उन्होंने लिखा, “बलात्कार पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना का हादसा चौंकाने वाला है। इस केस में चल रही CBI जाँच कहाँ तक पहुँची? आरोपी विधायक अभी तक भाजपा में क्यों हैं? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों? इन सवालों के जवाब बिना क्या भाजपा सरकार से न्याय की कोई उम्मीद की जा सकती है?”
यह सड़क हादसा रायबरेली जिले के गुरबख्शक गंज थाना इलाके के सुल्तानपुर खेड़ा गांव के पास हुआ है। जानकारी के मुताबिक, रविवार को रेप पीड़िता अपने परिवार और वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने उन्नािव से रायबरेली जा रही थी।
पुलिस के मुताबिक हादसे के दौरान भारी बारिश हो रही थी। इस बीच हाइवे पर अटौरा चौकी से मात्र दो किलोमीटर दूर सुल्तानपुर खेड़ा गांव के पास उल्टी दिशा से आ रहे ट्रक ने कार को सामने से टक्कर मार दी।
हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और ड्राइवर भी हिरासत में है। जांच में पता चला है कि ट्रक फतेहपुर का है। ट्रक के मालिक को भी पकड़ा गया है।
बता दें कि उन्नाव रेप मामला पिछले साल उस समय चर्चा में आया था जब रेप पीड़िता ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर न्याय के लिए प्रदर्शन किया था।
पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर ने उसके साथ 4 जून, 2017 को अपने आवास पर दुष्कर्म किया, जहां वह अपने एक रिश्तेदार के साथ नौकरी मांगने के लिए गई थी। घटना के लगभग एक साल बाद अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की थी।
मालूम हो कि पीड़ित लड़की के पिता जो उसका केस लड़ रहे थे, कथित रूप से उनकी मौत कुलदीप सेंगर के भाई द्वारा गंभीर रूप से पिटाई के बाद हो गई थी। उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर रेप के आरोप में इस समय सीतापुर जेल में बंद हैं। उन पर रेप पीड़िता के पिता की हत्या की साजिश का भी आरोप है। इस मामले का ट्रायल सीबीआई कोर्ट में चल रहा है। सीबीआई इस मामले में चार्जशीट दायर कर चुकी है।