संसद का बजट सत्र बिना किसी हंगामे के सुचारु रूप से चले इसके लिए 30 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक हुई। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार संसद में किसानों समेत हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
सर्वदलीय बैठक बाद केंद्रीय कोयला मंत्री कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक की कार्यवाही के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनैतिक दलों से कहा कि उनकी सरकार प्रदर्शनकारी किसानों की ओर से उठाये गये मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान निकालने का निरंतर प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि तीनों कृषि क़ानूनों को लेकर केंद्र सरकार ने जो प्रस्ताव किसानों को दिया था, वे उस पर अब भी कायम हैं।
In 11th Centre-farmer negotiation, we’d said that Govt is open for discussion. Agri Minister had said that he’s just a phone call away, whenever you give a call he’s ready for discussion. It still stands good. This is what PM said (in all-party meet): Union Minister Pralhad Joshi pic.twitter.com/5TRsXt1eLK
— ANI (@ANI) January 30, 2021
उन्होंने विभिन्न पार्टियों के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रदर्शनकारी किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं।
प्रह्लाद जोशी ने यह भी बताया कि लगभग सभी राजनैतिक पार्टियों ने बैठक में हिस्सा लिया। विपक्ष ने मांग की है कि लोकसभा में बिल के अलावा चर्चा हो और सरकार इसके लिए सहमत है। विपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है इसके लिए भी हम सहमत हैं। इस बैठक में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद, लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय, शिरोमणि अकाली दल के नेता बलविंदर सिंह भूंदड़, शिवसेना के विनायक राउत समेत कई विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए।
PM श्री @narendramodi जी ने आज आयोजित हुई सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार किसानों से जुड़े मुद्दे पर खुले मन से विचार कर रही है और वे स्वयं बातचीत के लिए हमेशा उपलब्ध हैं। सरकार 22 जनवरी को किसानों को कृषि मंत्री द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर अभी भी खड़ी है। pic.twitter.com/FS57w3y0bN
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) January 30, 2021
संसद का बजट सत्र शुक्रवार 29 जनवरी से शुरू हो गया है और सोमवार एक फरवरी को आम बजट (Union Budget 2021) पेश किया जाएगा। बजट सत्र के पहले ही दिन कई विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया था और संसद परिसर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
सितंबर में पास हुए कृषि क़ानूनों का किसान शुरू से ही विरोध कर रहे हैं। पिछले दो महीने से हज़ारों किसान दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।