साझा कोशिशों से ही घर-आंगन में लौटेगी गौरेया: अखिलेश यादव
गाँव कनेक्शन 20 March 2016 5:30 AM GMT

लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि लोगों को अपने आंगन में चहचहाने वाली गौरेया की कमी खलती है लेकिन सभी के एकजुटता दिखाने से ही इस पक्षी की घर आंगन में वापसी हो सकती है। मुख्यमंत्री ने गौरेया संरक्षण के लिए अपनी सरकार द्वारा आयोजित 'विश्व गौरेया दिवस' कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद कहा कि लोगों को जोड़ कर और इस विषय पर शिक्षित कर हम गौरेया का संरक्षण कर सकते है।
उन्होंने कहा कि इस दिशा में राज्य सरकार लोगों की मदद ले रही है। गौरेया के संरक्षण के लिए हम सभी को एकजुटता दिखानी पड़ेगी ताकि इस पक्षी की पुन वापसी हो सके। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डाक तार विभाग के फर्स्ट-डे कवर के साथ-साथ एक विशेष किताब 'प्यारी गौरेया' का भी विमोचन किया।
अखिलेश ने कल आयोजित ‘स्पैरो क्विज' के विजेताओं को स्मृति चिन्ह भी दिया। साथ ही पांच बच्चों को प्रतीक स्वरुप गौरेया के घोंसलें भी बांटे। उन्होंने गौरेया संरक्षण के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए निकाली गई साइकिल रैली के प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया। गौरेया संरक्षण के प्रति जन जागरुकता पैदा करने के लिए हर साल 20 मार्च को विश्व गौरेया दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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