सौर लालटेनों से रौशन हो रहे घर

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सौर लालटेनों से रौशन हो रहे घरgaonconnection, सौर लालटेनों से रौशन हो रहे घर

विशुनपुर (बाराबंकी) डाक विभाग व ग्रीन विलेज बेंचर संस्था के सहयोग से केवल चार्जिंग के खर्च पर गाँवो में सौर लालटेनों से रौशनी फैल रही है।

बाराबंकी मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूर फतेहपुर ब्लॉक के कुतुलुपुर गाँव में राम प्रताप ने अपने घर में डाक विभाग व ग्रीन विलेज बेंचर संस्था के सहयोग से एक सोलर प्लांट लगा रखा है, जिसमे सौर लालटेनों को चार्ज किया जाता है। राम प्रताप के इस कार्य से जहा गाँव में केरोसिन पर निर्भरता कम हुई है वही प्रदूषण मुक्त माहौल में गाँव के बच्चे अपनी पढ़ाई कर रहे है। गाँव में बिद्युतिकरण के बाद भी सायंकालीन बिद्युत आपूर्ति  की बड़ी समस्या बनी रहती है जिससे घरो में अंधेरा तो रहता ही है। साथ ही बच्चों को ढिबरी के उजाले में पढ़ने को मजबूर होना पड़ता है।

इस कमी को पूरा करने के लिए कुतुलुपुर गाँव में ग्रीन बिलेज बेंचर संस्था व डाक विभाग द्वारा गांव वालो को सौर लालटेनें प्रदान की गई है।गांव में स्थित मिनी डाक घर के माध्यम से ग्रामीण शाम होते ही इन लालटेनों को ले जाते है और रात भर जलाने के बाद सुबह पुनः डाक घर पर जमा कर जाते है।जहा बने सोलर चार्जिंग सेंटर पर इन लालटेनों को पूरा दिन चार्ज किया जाता है।

ग्रामीणों से शुल्क के नाम पर पचास रूपये प्रति महीने लिया जाता है।इन लालटेनों के प्रयोग से गांव में शाम को बिजली न रहने के बाद भी उजाला हो जाता है वही बच्चे प्रदूषण मुक्त माहौल में पढाई भी करने लगे है।बारहवी में पढ़ने वाली छात्राएं अनीता, ऋचा, खुशबू यादव ने बताया कि शाम को बिजली न रहने से पढाई करने में दिक्कत होती थी लेकिन गांव में सोलर चार्जिंग सेंटर खुल जाने से बहुत आराम मिला है रोज शाम को लालटेन ले आते है और पढाई करने के बाद सुबह पुनः लालटेन को चार्जिंग सेंटर पर पंहुचा देते है।महीने में पचास रूपये भी मालूम नही होते ।

वास्तव में इस प्रकार के सेंटर यदि प्रत्येक गांव में  खुल जाये तो घरो में  उजाले के साथ साथ बच्चे प्रदूषण मुक्त माहौल में शिक्षा प्रदान कर सकते है।

रिपोर्टर - अरुण मिश्रा

 

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