ग्राम प्रधान और अभिभावक बदल सकते हैं ग्रामीण शिक्षा की तकदीर

ग्रामीण शिक्षा में बेहतरी के प्रयास लगातार होते रहते हैं, लेकिन चुनौतियां अभी भी कम नहीं हैं। अध्यापकों के साथ-साथ उन अभिभावकों की भी जिम्मेदारी अहम हो जाती है, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं।

Dr SB MisraDr SB Misra   6 Jun 2018 7:01 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
ग्राम प्रधान और अभिभावक बदल सकते हैं ग्रामीण शिक्षा की तकदीर

प्रिय साथियों,


ग्रामीण शिक्षा में बेहतरी के प्रयास लगातार होते रहते हैं, लेकिन चुनौतियां अभी भी कम नहीं हैं। शिक्षा व्यवस्था में सुधार सिर्फ कानून बनाकर ही नहीं किए जा सकते, उसके लिए समाज के हर तबके को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। अध्यापकों के साथ-साथ उन अभिभावकों की भी जिम्मेदारी अहम हो जाती है, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं।

इसी महत्व को समझते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम शिक्षा समिति और विद्यालय स्तर पर विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) का गठन कर प्रबंधन से लेकर पठन-पाठन तक में अध्यापकों, अभिभावकों एवं ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी तय की गई है। विद्यालय प्रबंधन समिति के कुल 15 सदस्यों में से 11 अभिभावक और बाकी 04 नामित सदस्य होते हैं।

इसमें अभिभावकों को जोड़ने का मकसद था कि सही मायने में ये गाँव के स्कूल बनें और गाँव के लोग इनकी बेहतरी की जिम्मेदारी लें, न कि सिर्फ सरकारी स्कूल बनकर रह जाएं। विद्यालय प्रबंधन समितियों के महत्वपूर्ण कार्यों और इसकी जिम्मेदारी को आम जन तक पहुंचाने के लिए बच्चों की बेहतरी के लिए कार्य करने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था 'यूनिसेफ'के सहयोग से गाँव कनेक्शन उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में एक जन जागरूकता अभियान की शुरुआत कर रहा है।

'स्कूल कनेक्शन'के नाम से शुरू हुए इस कैंपेन का मकसद होगा विद्यालय प्रबंधन समितियों के उद्देश्यों से लोगों को अवगत कराना, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राम प्रधान और अभिभावक जानें कि अपने ही बच्चों की बेहतर शिक्षा व ज़िंदगी के लिए वह क्या-क्या कर सकते हैं। 'स्कूल कनेक्शन'के जरिए हर माह एक स्पेशल एडिशन के जरिए एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा, जिसमें अच्छा काम करने वाली विद्यालय प्रबंधन समितियां और स्कूल के बेहतर माहौल, बच्चों की उपस्थिति, दाखिले और बीच में स्कूल छोड़ देने वाले बच्चों को फिर से दाखिला कराने में अच्छा कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों के कार्यों को प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में ग्रामीण शिक्षा की बेहतरी के लिए शुरू हुए इस अभियान के दौरान स्कूलों में हो रहे अभिनव प्रयोगों, स्कूल में शिक्षा और प्रबंधन के लिए बेहतर कार्य कर रहीं विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी), अभिभावक और अध्यापकों के प्रयासों को अखबार में प्रकाशित करने के साथ ही इसकी प्रतियों को भेजा जाएगा ताकि अभिभावक और अध्यापक इससे और प्रेरणा ले सकें।

शिक्षा के इस जनजागरुकता अभियान का हिस्सा आप भी बन सकते हैं, शिक्षा की बेहतरी के लिए आप के पास कुछ सुझाव हैं, या आप कुछ ऐसे स्कूलों को जानते हैं, जहां ग्राम प्रधान, अभिभावक और अध्यापकों ने मिलकर पूरी शिक्षा व्यवस्था का कायाकल्प कर दिया है, तो हमें जरूर बताएं। उनके प्रयासों को हम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे, ताकि दूसरे लोग भी प्रेरित हो सकें।

सुझाव प्रेषित करने के लिए हमें [email protected] पर ई-मेल करें या गाँव कनेक्शन, 3/194, विकास खंड, गोमतीनगर, लखनऊ पर चिट्ठी भेजें या 0522-4008057 पर फोन करें।

धन्यवाद

संपादक, गाँव कनेक्शन

     

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.