पातालकोट और डाँग जैसे आदिवासी क्षेत्रों में टमाटर आहार का सबसे प्रमुख अंग है। प्रतिदिन भोजन के साथ किसी न किसी रूप में टमाटर का उपयोग निश्चित ही होता हैं। टमाटर फाईबर, कार्बोहाइड्रेड्स, पोटेशियम और लौह तत्वों से भरपूर होते हैं। टमाटर में वसा और सोडियम की मात्रा भी कम होती है और इसमें लाईकोपीन नामक प्रचलित एंटीओक्सीडेंट भी पाया जाता हैं। ज्यादा टमाटर खाने से चेहरे की त्वचा में भी रंगत आ जाती है।