छुई-मुई को आदिवासी बहुगुणी पौधा मानते हैं। उनके मुताबिक़ ये पौधा घावों को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए बहुत ज्यादा सक्षम होता है। इसकी जड़ों का दो ग्राम चूर्ण दिन में तीन बार गुनगुने पानी के साथ लिया जाए तो आंतरिक घावों में जल्द आराम मिलने लगता है।
आधुनिक विज्ञान की शोधों से पता चलता है कि हड्डियों के टूटने और मांस-पेशियों के आंतरिक घावों के उपचार में छुई-मुई की जड़ें काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।