अधकच्ची फराशबीन की फलियों को खाने से शरीर की शर्करा काफी हद तक नियंत्रित हो सकती है। फराशबीन को कम तेल पर हल्का सेंककर, अधाकच्चा होने की स्थिती के बाद चबाया जाना चाहिए।
आधुनिक विज्ञान फराशबीन फलियों के रस से इंसुलिन नामक हार्मोन के स्राव होने का दावा करता है इसलिए इसे मधुमेह (शुगर) में उपयोगी माना जाता है। पातालकोट के हर्बल जानकार फराशबीन और पत्तागोभी के रस को मिलाकर सेवन करते है। इन आदिवासियों की मानी जाए तो ये मधुमेह को रोकने या हो जाने पर ठीक करने के लिए एक उत्तम उपाय है।