नमक और लहसून का सीधा सेवन खून को शुद्ध करता है। जिन्हें रक्त में प्लेटलेट्स की कमी होती है उन्हें भी नमक और लहसून की समान मात्रा सेवन करनी चाहिए। लहसून के एंटीबैक्टीरियल गुणों को आधुनिक विज्ञान भी मानता है, लहसून का सेवन बैक्टीरिया जनित रोगों, दस्त, घावों, सर्दी-खांसी और बुखार में बहुत फायदेमंद है। लहसून की 2 कच्ची कलियां सुबह खाली पेट चबाने के आधे घंटे बाद मुलेठी के चूर्ण आधा चम्मच सेवन दो महीने तक लगातार करने से दमा जैसी घातक बीमारी से हमेशा के लिए छुट्टी मिल जाती है।
