आज का हर्बल नुस्खा: कॉर्न सिल्क के बारे में सुना है ?

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कॉर्न सिल्क मक्के के ऊपरी छोर पर दानों के किनारे से निकली पतली चमकदार रेशमी बालियां होती हैं जो गुच्छों की तरह दिखाई देती है। अक्सर मक्के को छीलते समय इन बालियों को निकालकर फेंक दिया जाता है।

बहुत ही कम लोग हैं जो शायद इन बालियों के औषधीय महत्व के बारे में जानते हैं। मक्के जब बिल्कुल हरे और ताज़े होते हैं तो आदिवासी कॉर्न सिल्क को निकालकर छांव में सुखाते हैं इनके सूखने में लगभग 1 से 2 सप्ताह तक का वक्त लग जाता है। सूखने के बाद इन्हें बारीक काटकर अच्छी तरह किसी कंटेनर में बंद करके रख देते हैं। ये कॉर्न सिल्क मूत्रवर्धक प्रकृति के होते हैं लेकिन इन्हें ठीक तरह से बंद करके ना रखा जाए तो ये गुण समाप्त हो जाता है।

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