प्रसूता माताओं को
जीरे का उबला हुआ पानी पिलाया जाए तो दूध स्रावण से संबंधित समस्याओं में तेजी से
फायदा होता है। डॉन्गी आदिवासियों के अनुसार जीरा पाचक होता है और पेट से अम्लता
या एसिडिटी को दूर करने के लिए उत्तम है। एक तरफ ये माँ के शरीर में रोगप्रतिरोधक
क्षमता को बढ़ाता है, वहीं दूसरी तरफ माता के दूध में किसी भी तरह की अशुद्धि हो, ख़त्म कर देता है।
जीरे के इस तरह के उपयोग को मैंने अनेक वनवासी क्षेत्रों में अपनाते हुए देखा है।
