आमतौर पर मसालों में इस्तेमाल किए जाने वाला जायफल कई औषधीय गुणों से भरपूर है। वनांचलों में रहने वाले जानकारों के मुताबिक़ जायफल का चूर्ण तैयार किया जाए और करीब 2 ग्राम चूर्ण में इतनी ही मात्रा मिश्री की मिलाकर प्रतिदिन सुबह शाम सेवन किया जाए तो ये शरीर को ताकतवर बनाता है। जिन पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं के बनने का सिलसिला कम हो जाए या वीर्य पतला होने की शिकायत हो, उन्हें इस फार्मूले को आज़माकर देखना चाहिए। सन 2005 में बी एम सी कॉम्प्लीमेंट्री ऑल्टरनेटीव मेडिसिन नामक जर्नल में प्रकाशित एक शोध के परिणामों पर नज़र डाली जाए तो जानकारी मिलती है कि नटमेग यानि जायफल क्लिनिकल तौर पर सेक्सुअल एक्टिविटी को सकारात्मक तौर पर बढ़ाता है। कई आफ्रीकन देशों में एक पारंपरिक खाद्य पदार्थ ‘पोरेज’ तैयार किया जाता हैं जो कि सेक्स में अरूचि होने पर महिलाओ को दिया जाता है, इस खाद्य पदार्थ में जायफल का समावेश सिर्फ इसलिए किया जाता है क्योंकि यह एक उद्दीपक की तरह काम करता है।