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शराब ठंड नहीं भगाती, अस्पताल पहुंचाती है, पैग के नुकसान गिन लीजिए

Health

अगर आप भी उन कहावतों और कही सुनी बातों पर यकीन करते हैं, जिनमें कहा जाता है, दो पैग मारो, सर्दी दूर भाग जाएगी। तो सावधान हो जाइए। डॉक्टरों का कहना है। वो रम हो या विहस्की, शराब ठंड नहीं भगाती, थोड़ा चूक गए तो ये अस्पताल पहुंचा सकती है।

लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होता

देश में एक बहुत बड़ा वर्ग वो तैयार हो गया है तो सर्दियों में शराब पीना पसंद करता है, इन दिनों शराब की बिक्री खासी बढ़ जाती है, जिनमें रम सबसे ज्यादा होती है। लेकिन डॉक्टर इसे सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक बताते हैं। लखनऊ में फिजीशियन डॉ. एससी मौर्य शराब न पीने की हिदायत देते हुए कहते हैं, “आदमी ठंड में शराब पीने के बारे में सोचता है कि कि ठंड नहीं लगेगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होता है, शराब पीने के बाद भी ठण्ड लगती है। लेकिन नशे की हालत में ब्रेन सेन्स नहीं करता है कि आपको ठंड लग रही है या नहीं।’

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कई और बीमारियां भी घेर सकती हैं

आपने अक्सर शराबियों को सड़क किनारे लोटते देखते होगा, इसका भी सीधा संबंध दिमाग से है। “शराबी ने कपड़े पहने हैं या नहीं, उसे किसी चीज का अहसास नहीं होता, लेकिन इस हालत में ज्यादा देर तक रहने पर निमोनिया हो सकती है। कई और बीमारी भी घेर सकती है। बहुत लोग ऐसे होते हैं, जो शराब पीने के समय अच्छे थे, लेकिन होश में आने पर वह अस्पताल में मिलता है।” डॉ. मौर्य आगे जोड़ते हैं।

एनर्जी बढ़ गई या सुस्त हो जाते हैं

उत्तर प्रदेश में राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष शुक्ला बताते हैं, “आदमी नशे की चीजों का प्रयोग अपनी एनर्जी देने के लिए करता है। नशा करने के बाद मष्तिष्क के रिसेप्टर या न्युरो ट्रांसमीटर बंद हो जाते हैं और कुछ देर के लिए शून्य में चले जाते हैं। लगभग दो चार घंटों तक आदमी को कुछ भी पता ही नहीं चलता है।” वो आगे कहते हैं, “कुछ लोग शराब पीने के बाद उग्र हो जाते हैं, कुछ लोग बहुत सुस्त हो जाते हैं। एनर्जी लेवल बढ़ाने के लिए शराब का प्रयोग करते हैं। कुछ लोगों को लगता है कि उनकी एनर्जी बढ़ गई है तो वो कूदने लगते हैं और कुछ लोगों को लगता है कि उनकी एनर्जी खत्म हो गई है तो लोग सुस्त हो जाते हैं।”

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ब्लड प्रेशर का बढ़ जाता है खतरा

नुकसान के बारे में बात करने पर डॉ. मौर्य आगे बताते हैं, “सर्दियों में पसीना बहुत कम निकलता है, जिससे शरीर में नमक का स्तर बढ़ जाता है। इसके प्रभाव से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। साथ ही साथ सर्दियों में शरीर से कम काम लेने की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बना रहता है। अक्सर लोग कही सुनी बातों में आकर ठंड में शराब का सेवन करते हैं, जिससे शरीर की गर्मी बनी रहे। लेकिन इससे खून में शुगर की मात्रा और रक्त चाप एकदम से बढ़ सकता है, जिससे तबियत बिगड़ने का खतरा रहता है।”

सर्दियों में बढ़ जाते हैं दिल की बीमारियों के मरीज

वहीं किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कार्डियो थोरेसिस एवं वैस्कुलर सर्जरी विभाग (सीटीवीएस) के सहायक प्रोफेसर डॉ. विजयंत देवेनराज ने बताया, “दिल की बीमारियां वैसे भी ब्लडप्रेशर के बढ़ने से और डायबिटीज के बढ़ने से होता है और इसके साथ-साथ नशा करना दिल की बीमारियों को बढ़ाता है। ठंड में दिल के मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ जाती है, साथ ही साथ दिल के दौरे (हार्ट अटैक) के मामले भी ज्यादा आने लगते हैं।”

25 प्रतिशत बिक्री में होती है बढ़ोतरी

उन्नाव में शराब विक्रेता ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “गर्मी में शराब इतनी ज्यादा नहीं बिकती है, जितनी ज्यादा सर्दी में बिकती है। सर्दियों में गर्मी की अपेक्षा शराब बिक्री में 25-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाती है।” उपायुक्त आबकारी लखनऊ जैनेन्द्र उपाध्याय भी शराब की बढ़ती बिक्री पर मुहर लगाते हैं, “कोई फिक्स आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन ये है कि जाड़े में शराब ज्यादा बिकती है और लोग ज्यादा पीते हैं।”

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