सेहत की रसोई: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ‘मसूरी भरवा मिर्च’

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सेहत की रसोई: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ‘मसूरी भरवा मिर्च’भारतीय हरी मिर्च एक औषधी के समान है जिसमें शरीर के कई रोगों को खत्म करने की ताकत है।

ये एक ऐसा कॉलम है जिसमें हम आपकी रसोई और स्वाद को बेहतर करने के लिए एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट रेसिपी की जानकारी परोसते हैं। हमारे मास्टरशेफ भैरव सिंह की बताई रेसिपी के गुणों की वकालत हमारे हर्बल आचार्य डॉ. दीपक आचार्य करते हैं। सेहत और किचन के तड़के को ध्यान में रखकर ‘सेहत की रसोई’ कॉलम आप तक पहुंचाया जाता है। हमारे दोनों एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपकी सेहत को दुरूस्त रखने के सारे उपाय आपकी रसोई में ही उपलब्ध हैं। सेहत की रसोई यानि बेहतर सेहत आपके बिल्कुल करीब। इस कॉलम के जरिए हमारा प्रयास है कि आपको आपकी किचन में ही सेहतमंद बने रहने के व्यंजन से रूबरू करवाया जाए। सेहत की रसोई में इस सप्ताह मास्टरशेफ हमारे पाठकों के लिए ला रहे हैं एक पारंपरिक व्यंजन ‘मसूरी भरवा मिर्च’।

आवश्यक सामग्री: (2-3 व्यक्तियों के लिए)

  • बड़े आकार की हरी मिर्च- 8
  • मूंगफल्ली- 100 ग्राम=मसूर (पूरा)- 50 ग्राम, प्याज- 2, हल्दी- 1 चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर- 1 चम्मच , धनिया पाउडर- 1 चम्मच, जीरा पाउडर- 1 चम्मच
  • गुड़- 5 ग्राम, खाने का तेल- 2 चम्मच, नमक स्वादानुसार

विधि

सबसे पहले मसूर (खड़ी) की 50 ग्राम मात्रा लें, पानी में डालकर अगले 24 घंटों के लिए रख दें, अगली सुबह दाने नर्म हो जाएंगे। मूंगफल्ली के दानों को भूनकर दरदरा पाउडर बना लें और प्याज को भी बारीक काटकर तैयार करें। एक मिक्सिंग बाउल लेकर इसमें मूंगफल्ली का पाउडर, हल्दी, लाल मिर्च, धनिया पाउडर, कटी हुयी प्याज डालें, गुड़ और नमक डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। बड़े आकार की हरी मिर्च लें, इसे बीच से चीरा लगाकर इसके बीजों को निकाल फेंके और इसमें बाउल में तैयार मिक्सचर को भर दें। तवे को गर्म करें, इस पर तेल डालकर मिक्सचर से भरी हुई मिर्च को रख दें और दो मिनिट तक दोनों सतहों से रोस्ट करें और फिर तैयार हो जाएगी मसूरी भरवा मिर्च। बाजरे की रोटी और मुक्का प्याज के साथ इस सब्जी को मजे से खाएं।

क्या कहते हैं हमारे हर्बल आचार्य

वनवासी मानते हैं कि मसूर खाने से आंतों से सम्बंधित रोगों में लाभ होता है, इसके सेवन से रक्त की वृद्धि होती है तथा दुर्बलता दूर होती है। मसूर की दाल खाने से पाचनक्रिया ठीक होकर पेट के सारे रोग दूर हो जाते हैं। इस व्यंजन का सबसे प्रमुख अंग हरी मिर्च है। भोजन के साथ अगर साथ में हरी मिर्च ना रखी हो तो कहीं न कहीं कमी सी लगती है। भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर हरी मिर्च का प्रयोग भोजन में काफी किया जाता है।

भारतीय हरी मिर्च में एक औषधी के समान है जिसमें शरीर के कई रोगों को खत्म करने की ताकत है। हरी मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और कैंसर से लड़ने में मदद करता है। इसमें बहुत सारा विटामिन-सी होता है, जो कि प्राकृतिक प्रतिरक्षा में सुधार करती हैं। यह आपको बीमारियों से बचाती है। हल्दी, जीरा, प्याज, धनिया के गुणों का बखान तो अक्सर करते ही रहता हूं। अब देरी किस बात की, फटाफट तैयार करें इस रेसिपी को, मानसून का दौर चल रहा है, मजे से खाएं इसे बाजरे की रोटी के साथ।

    

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