टोरंटो (आईएएनएस)। हाल ही में सामने आए एक अध्ययन में कहा गया है कि जिन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप की शिकायत रहती है, उन्हें भविष्य में दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियां और अवसाद का शिकार होने का खतरा रहता है। अध्ययन में सामने आया है कि जिन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप की शिकायत होती है, उनमें सामान्य महिलाओं के मुकाबले दिल की गंभीर बीमारियां होने का खतरा दोगुना तक बढ़ जाता है।
यह भी पढ़ें : बीपी की समस्या से कम उम्र में आ रही है किडनी प्रतिरोपण तक की नौबत
ऐसी महिलाओं में गर्भावस्था के बाद अवसाद का शिकार होने का खतरा पांच गुना तक बढ़ जाता है। मैकगिल यूनिर्वसिटी की डॉक्टरल कैंडिडेट सोनिया ग्रांडी ने बताया कि यह अध्ययन बताता है कि गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप की शिकायत वाली महिलाओं की लंबे तमय तक निगरानी करने की जरूरत है, ताकि उन्हें दिल की बीमारी के खतरों से समय रहते बचाया जा सके।”
यह भी पढ़ें : 2015 में भारत में हर मिनट पांच साल से कम उम्र के दो बच्चे की हुई मौत
शोध-पत्रिका ‘पेडियाट्रिक एंड पेरिनैटल एपिडीमियोलॉजी’ के ताजा अंक में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है। गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप की शिकायत के कारण प्रीक्लैंपसिया जैसी गंभीर स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह अध्ययन पहली बार गर्भ धारण करने वाली 1,46,748 महिलाओं पर किया गया।